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5G Lab established in MBM University, Jodhpur – 5G LAB, research will get a boost in technical institutes

Last Updated:March 01, 2025, 10:54 IST

Jodhpur News: जोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय में एक करोड़ रुपये के उपकरणों से सुसज्जित 5जी लैब स्थापित की गई है. विशेषकर 5जी से जुड़े विभिन्न सेक्टर में अनुसंधान कार्य किए जाएंगे. लैब के लिए केंद्र सरकार ने 500…और पढ़ेंX
जोधपुर
जोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय में स्थापित हुई 5जी लैब

इंटरनेट की पांचवीं पीढ़ी 5जी तकनीक ने तेजी से विकसित होते हुए विभिन्न क्षेत्रों में अपनी जगह बना ली है. इस संदर्भ में, केंद्र सरकार ने देशभर के तकनीकी संस्थानों में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए 100 चयनित संस्थानों में 5जी लैब्स स्थापित करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की है. जिसमें प्रत्येक लैब पर एक करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इस पहल के तहत जोधपुर की एमबीएम यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग में भी 5जी लैब स्थापित की गई है. जहां जल्द ही प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे.

लैब के समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. श्रवणराम ने बताया कि इस लैब का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ शोध को प्रोत्साहित करना है. वर्तमान समय में सेंसर तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. विभिन्न क्षेत्रों में डेटा संग्रहण के लिए सेंसर लगाए जा रहे हैं. इस डेटा को प्रभावी ढंग से संप्रेषित करने के लिए 5जी तकनीक का प्रयोग बढ़ाया जा रहा है. इस नई लैब के माध्यम से शोधकर्ता छात्र 5जी नेटवर्क के जरिये डेटा संचारण के लिए विभिन्न प्रयोग और अनुसंधान करेंगे. जो विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार और विकास को बढ़ावा देगा.

500 सिम और 25 डिवाइस उपकरण मिलेजोधपुर के एमबीएम विश्वविद्यालय में एक करोड़ रुपये के उपकरणों से सुसज्जित 5जी लैब स्थापित की गई है. विशेषकर 5जी से जुड़े विभिन्न सेक्टर में अनुसंधान कार्य किए जाएंगे. लैब के लिए केंद्र सरकार ने 500 सिम भेजी हैं, जो 5जी डिवाइस में लगाई जाएंगी. इसमें 25 डिवाइस भी आई हैं, जो 5जी टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करती हैं. ये डिवाइस डिस्पले बोर्ड से वायरलैस जुड़ी हुई हैं. केंद्र सरकार ने 5जी से जुड़ा एक ड्रोन कैमरा भी दिया है, जो कृषि कार्यों में उपयोग होगा. साथ ही सर्वर लगाए गए हैं. लैब का नाम ‘5जी यूज केसेज’ रखा गया है.6जी के लिए भी वर्क फोर्स तैयार होगी5जी लैब से सरकार का उदृदेश्य छात्र रिसर्च से जुड़े कार्य हैं. इनमें स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटी, ट्रैफिक, प्रदूषण, कृषि व शिक्षा को महत्व दिया गया है. इन क्षेत्रों में होने वाली रिसर्च के डेटा संबंधित शहर व राज्य की नीति बनाने में उपयोगी तो होंगे ही, साथ में आने वाले समय में 6जी के लिए भी वर्क फोर्स तैयार होगी. डॉ. श्रवणराम ने लोकल 18 से बताया कि लैब में एमबीएम विवि के साथ अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. लैब का उपयोग औद्योगिक प्रतिष्ठान भी अपनी समस्या निवारण और काम को बेहतर तरीके से करने के लिए कर सकेंगे.

प्रदेश को मिली पांच लैबकेंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग की ओर से देश में 100 स्थानों पर 5जी लैब स्थापित की गई हैं. इसका उद्देश्य 5जी से जुड़े अनुसंधान कार्यों को बढ़ावा देना है. राजस्थान को पांच लैब मिली हैं. इसमें एमएनआईटी जयपुर को एक और जोधपुर में एमबीएम विवि व आईआईटी जोधपुर के अलावा बिट्स पिलानी व वनस्थली विद्यपीठ को लैब आवंटित की गई हैं.

यह है सरकार का उदृेश्यप्रत्येक लैब में प्रति वर्ष कम से कम 50 छात्र और 10 संकाय रिसर्च प्रोजेक्ट तैयार करें. साथ ही पांच स्टार्टअप और एमएसएमई इसका लाभ लें. इसके अलावा प्राप्त होने वाले डेटा से संबंधित क्षेत्रों को लेकर दो शोध पेपर भी प्रकाशित हो सके. इसके अलावा छात्रों और एकेडेमिक फैकल्टी में 5G तकनीक के प्रति दक्षता बढ़ाना. 5G वातावरण का उपयोग करने वाले छात्रों के लिए यूजी और पीजी स्तर पर प्रोजेक्ट तैयार करना. भारतीय शिक्षा और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को 6G के लिए तैयार करना.


Location :

Jodhpur,Rajasthan

First Published :

March 01, 2025, 10:54 IST

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एमबीएम विश्वविद्यालय में स्थापित हुई 5जी लैब, छात्रों को मिलेगा बढ़ावा

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