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NDA से छोटा है INDIA का कुनबा, लेकिन ताकत में कौन कितना आगे?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले यह मुकाबला काफी दिलचस्प होता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA गठबंधन ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी है। इधर, विपक्ष भी INDIA गठबंधन के जरिए अपना दम भर रही है। बीते मंगलवार (18 जुलाई) को राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों ने बैठक बुलाई, जहां विपक्ष के नेताओं ने बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए रणनीति तैयार की। वहीं, कल (18 जुलाई) बीजेपी ने भी राजधानी दिल्ली में NDA गठबंधन की बैठक बुलाई थी। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने एनडीए में शामिल सभी नेताओं को 2024 की जीत के लिए ‘मोदी मंत्र’ दिया।

बेंगलुरु में हुए विपक्ष की बैठक में कुल 26 दल शामिल हुए थे। वहीं, एनडीए की बैठक में कुल 39 दल शामिल हुए थे। इस हिसाब से देखे तो एनडीए का कुनबा इंडिया अलायंस से बड़ा दिखाई दे रहा है। लेकिन एनडीए में बीजेपी लीड रोल में बाकी सभी पार्टी अब अपने वर्चस्व बनाए रखने के लिए एनडीए के साथ जुड़े हुए हैं। हालांकि, बीजेपी के पास जितनी सीटें हैं वह विपक्षी गठबंधन की पार्टियों से कई गुणा अधिक है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या विपक्ष में शामिल सभी 26 पार्टियां कुछ कमाल कर पाएंगी? साथ ही, एनडीए एक बार फिर 2019 के कमाल कर पाएंगी। इससे पहले यह जानना जरूरी है कि किसका कुनबा बड़ा है। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को 25 करोड़ और ‘इंडिया’ को 23 करोड़ वोट मिले थे।

कौन-सा गठबंधन कितना मजबूत?

INDIA: कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, जदयू, शिवसेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार), सीपीआईएम, समाजवादी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, सीपीआई, आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (M), आरजेडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, सीपीआई (ML), आरएलडी, मनीथानेया मक्कल काची (MMK), एमडीएमके, वीसीके, आरएसपी, केरल कांग्रेस, केएमडीके, अपना दल (कमेरावादी) और एआईएफबी.

NDA: बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) , राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी (पारस), लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान), अपना दल (सोनेलाल), एआईएडीएमके, एनपीपी, एनडीपीपी, एसकेएम, आईएमकेएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीएफ, आरपीआई, जेजेपी, आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी, पीएमके, एमजीपी, एजीपी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल, एआईआरएनसी, टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस), शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त, जनसेना, एनसीपी (अजित पवार), हम, रालोसपा, सुभासपा, बीडीजेएस (केरल), केरल कांग्रेस (थॉमस), गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट, जनातिपथ्य राष्ट्रीय सभा, यूडीपी, एचएसडीपी, जन सुराज पार्टी (महाराष्ट्र) और प्रहार जनशक्ति पार्टी (महाराष्ट्र)।

एनडीए की ताकत

इस गठबंधन में बीजेपी से सबसे बड़ी पार्टी हैं। इसमें केवल एक पार्टी ऐसी है जो दो डिजीट वाली है। वह हैं शिवसेना का शिंदे गुट। इसके अलावा सभी पार्टियां 5 सीटों से कम है। इस गठबंधन में 14 ऐसी पार्टियां हैं जिसके पास सीटें हैं। बाकी 25 ऐसी पार्टियां हैं जिनके पास एक भी सीटें नहीं हैं।

भारतीय जनता पार्टी- 301

शिवसेना(शिंदे गुट)- 12

रामविलास लोक जन शक्ति पार्टी (पशुपति पारस)- 5

एलजेपी(रामविलास पासवान)-01

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) – 3

निर्दलीय- 2

अपना दल (सोनीलाल)- 2

आजसू पार्टी- 1

अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम- 1

मिजो नेशनल फ्रंट- 1

नागा पीपुल्स फ्रंट- 1

नेशनल पीपुल्स पार्टी- 1

नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी- 1

सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा- 1

कुल- 333

INDIA गठबंधन में कितनी ताकत

विपक्षी दल में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है। जिसके पास लोकसभा की 50 सीटें हैं। इसके अलावा डीएमके के पास 24 सीटें हैं। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के पास 23 सीटें हैं। इस गठबंधन में सभी छोटी पार्टियां एनडीए की छोटी पार्टियों के मुकाबलें ताकतवर दिखाई दे रही है। भले ही अभी समाजवादी पार्टी के पास 3 सीटें हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश की राजनीति समाजवादी पार्टी से ही होकर गुजरती है। हालांकि, इस गठबंधन में भी 11 दलों के पास लोकसभा के एक भी सीट नहीं है।

कांग्रेस- 50

डीएमके- 24

तृणमूस कांग्रेस- 23

जेडीयू- 16

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग- 3

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस- 3

समाजवादी पार्टी- 3

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- 3

आम आदमी पार्टी- 1

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा- 1

केरल कांग्रेस (एम)- 1

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी- 1

विदुथलाई चिरुथिगल काची- 1

शिवसेना- 7

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार)- 3

कुल- 142

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