SHRUT PANCHAMI FESTIVAL JINVANI – SHRUT PANCHAMI निकाली जिनवाणी शोभायात्रा

जैन धर्म का श्रुत पंचमी पर्व (Shrut Panchami festival) श्रावक-श्राविकाओं की ओर से भक्तिभाव से मनाया गया। मंदिरों में नित्याभिषेक, शांतिधारा, पूजा अर्चना के आयोजन हुए, जिसका श्रद्धालुओं ने आॅनलाइन लाभ उठाया। इस मौके पर राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के आव्हान पर श्रद्धालुओं ने घरों में ही जिनवाणी की पूजा अर्चना की।

निकाली जिनवाणी शोभायात्रा
— श्रुत पंचमी पर्व पर
— श्रावक-श्राविकाओं ने की श्रुत पूजा
— भगवान महावीर की आरती से हुआ समापन
जयपुर। जैन धर्म का श्रुत पंचमी पर्व (Shrut Panchami festival) श्रावक-श्राविकाओं की ओर से भक्तिभाव से मनाया गया। मंदिरों में नित्याभिषेक, शांतिधारा, पूजा अर्चना के आयोजन हुए, जिसका श्रद्धालुओं ने आॅनलाइन लाभ उठाया। इस मौके पर राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के आव्हान पर श्रद्धालुओं ने घरों में ही जिनवाणी की पूजा अर्चना की।
परिषद् के अध्यक्ष महेश चन्द चांदवाड ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से श्रुतपंचमी सामूहिक जिन स्कंध पूजा व जिनवाणी रथयात्रा आदि का आयोजन नहीं कर लोगों ने अपने घर में ही भगवान महावीर स्वामी के चित्र के सम्मुख श्रुत पंचमी की पूजा की। भगवान महावीर की आरती की गई।
प्रचार प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार लोगों ने अपने घरों में ही जिनवाणी शोभायात्रा निकाली। कई श्रद्धालुओं ने जिनवाणी की रक्षा के लिए दान दिया तथा घरों में रखे हुए प्राचीन ग्रंथों व जिनवाणी पुस्तकों तथा शास्त्रों की साफ सफाई कर देखभाल तथा पूजा अर्चना की। जनकपुरी के श्री दिगम्बर जैन मंदिर में श्रुत पंचमी पर्व पर अध्यक्ष पदम बिलाला के नेतृत्व में मंदिर में प्रतीक स्वरूप जिनवाणी शोभायात्रा निकाली गई।