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मानसून की दस्तक से पहले हाईटेक हुआ नगर निगम का रेस्क्यू बेड़ा, 10 करोड़ के उपकरण मिले Rajasthan News-Kota News-Monsoon-Rescue fleet High tech-received 10 millions devices

कोटा में प्रतिवर्ष करीब 200 से ज्यादा बार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाते हैं.

कोटा में प्रतिवर्ष करीब 200 से ज्यादा बार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाते हैं.

Preparations of monsoon in kota: मानसून के दौरान हर बार आपदाओं का सामना करने वाले कोटा के दोनों नगर निगमों के बेड़ों को बार पहले से ही हाईटेक किया जा रहा है. इसके तहत रेस्क्यू टीमों (Rescue fleet) को करीब 10 करोड़ के आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराये जा रहे हैं.

कोटा. संसाधनों की कमी से जूझ रही कोटा नगर निगम की रेस्क्यू टीम (Rescue fleet) इस बार मानसून के दस्तक देने से पहले ही हाईटेक (High tech) हो गई हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के प्रयासों से कोटा के अग्निशमन बेड़े को 10 करोड़ रुपये की कीमत के नये उपकरण उपलब्ध कराये जा रहे हैं. इनमें से 8 करोड़ के उपकरण आ गये हैं. जबकि दो करोड़ के उपकरण और खरीदे जायेंगे.

कोटा की चंबल नदी हो या फिर इससे जुड़ी शहर से गुजरने वाली अन्य नहरें. यहां आये दिन कोई ना कोई हादसा होता रहता है. इन हादसों के दौरान बचाव के लिये कोटा नगर निगम की रेस्क्यू टीम को बुलाया जाता है. हालात ये हैं कि प्रतिवर्ष करीब 200 से ज्यादा बार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाते हैं. इनमें हर बार संसाधनों का अभाव बड़ी चुनौती साबित होती है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि कोटा नगर निगम का बचाव दल अब हाईटेक हो रहा है.

कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है

नगर निगम के चीफ फायर ऑफिसर जलज घसिया के अनुसार कोटा की उत्तर और दक्षिण दोनों नगर निगमों की रेस्क्यू टीमें अब हर उस आपदा की चुनौती को स्वीकार कर सकेगी जिसमें हाईटेक संसधानों की जरूरत होती है. हाल ही में आई में हाईटेक इंफ्राटेबल बोट सहित अन्य उपकरणों का चंबल की लहरों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि हर तकनीक से रेस्क्यू टीम प्रशिक्षित हो.कोटा नगर निगम को ये मिले हैं उपकरण

नये संसाधनों के तहत 16 नई चमचमाती दमकलें अग्निशमन बेड़े में शामिल की गई हैं. इनमें छोटी और बड़ी दोनों दमकलें शामिल हैं. बाढ़ राहत बचाव दल को 12 सीटर 4 एल्यूनियम बोट, 6 सीटर 2 इंफ्राटेबल बोट, 4 इंजन मोटर बोट, 2 इलेक्ट्रिक पोर्टेबल कंप्रेशर, 5 डाईविंग स्कूबा सूट और 8 डाईविंग सिलेंडर उपलब्ध करा दिये गये हैं. ये सभी उपकरण करीब 8 करोड़ की लागत से खरीदे गये हैं. इसके अलावा 2 करोड़ के उपकरण और आना बाकी है. इन उपकरणों में शामिल इंफ्राटेबल बोट यूएस से इंपोर्ट करवाई गई है. यह बिहार और उत्तराखंड जैसी जगहों पर आई बाढ़ में काफी कारगार साबित हुई है.





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