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why did Dara lose Ghosi riot even after BJP full emphasis | जानिए, दारा क्यों हार गए घोसी का दंगल?

Ghoshi bypoll: अखिलेश यादव ने इस उपचुनाव को मैनपुरी मॉडल पर लड़ा। चुनाव की कमान चाचा शिवपाल को दी। यानि बूथ मैनेजमेंट पर उनका जोर है।
घोसी उपचुनाव को जीतने के लिए अखिलेश यादव ने जहां अपने चाचा शिवपाल को तो भाजपा ने अपनी पूरे मंत्रीपरिषद को एक तरह से मैदान में उतार दिया था। लेकिन अखिलेश के PDA के नारे के सामने बाबा का बुलडोजर नहीं चल पाया और कई दलों की सवारी कर चुके दारा को हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि दारा के साथ पूरी भाजपा के खड़े होने के बूावजूद भी दारा घोसी का दंगल क्यों हार गए?
दारा पर लगा दलबदलू होने का टैग
इस उपचुनाव में BJP प्रत्याशी दारा सिंह चौहान उसी सीट से हार गए, जहां पर वो 2022 में विधानसभा चुनाव जीते थे। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण उनका ऊपर दलबदलू होने का आरोप लगना था। इसके साथ ही दारा सिंह चौहान के खिलाफ वोटिंग पैटर्न घोसी में देखा गया। चौहान, निषाद और राजभर बूथों पर सपा को वोट मिले। बार बार दल बदलने से घोसी के लोगों में दारा के खिलाफ नाराजगी थी।