10th Result Can Be Prepared On The Basis Of 8th And 9th Marks – 8वीं और 9वीं के अंकों के आधार पर तैयार हो सकता है 10वीं का रिजल्ट

वहीं 12वीं बोर्ड के स्टूडेंट्स की प्रायोगिक परीक्षा संभव
मार्र्किंग कमेटी की पहली बैठक में मिले प्रस्ताव
आज फिर होगी कमेटी की बैठक, फिर होगा अंतिम निर्णय

जयपुर, 21 जून
राजस्थान बोर्ड (Rajasthan Board) के 10वीं के विद्यार्थियों को उनके 8वीं और 9वीं कक्षा में मिले अंकों के आधार पर दसवीं कक्षा के नंबर मिल सकते हैं। वहीं 12वीं के विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा ली जाएगी। शिक्षा संकुल में बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों की मार्किंग (Marking) का फॉर्मूला तय करने के लिए गठित कमेटी की पहली बैठक में इस तरह के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं जिन्हें शिक्षामंत्री को सौंपा जाएगा। कमेटी की अगली बैठक मंगलवार को फिर होगी जिसके बाद इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक
अनुसार कमेटी के सदस्यों का कहना था कि 10वीं के विद्यार्थियों को आठवीं बोर्ड और नवीं की अद्र्ध वार्षिक परीक्षा के आधार पर नंबर दिए जा सकते हैं। कुछ अंक इंटरनल माक्र्स के रूप में स्कूल देंगे। हालांकि स्कूलों में बच्चों की कोई परीक्षा या टेस्ट नहीं हुए हैं लेकिन इंटरनल माक्र्स तीन महीने की पढ़ाई में विद्यार्थियों ने क्या कुछ समझा उस आधार पर दिए जा सकते हैं। बैठक में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी सहित कमेटी के सभी सदस्य शामिल हुए।
वहीं 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को लेकर कमेटी का मानना था कि इन विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा करवाई जाए इसके लिए गृह विभाग से स्वीकृति ली जाए और यदि स्वीकृति नहीं मिलती है तो ऑनलाइन बारहवीं क्लास के ऑफलाइन प्रेक्टिकल लेने के लिए होम डिपार्टमेंट से अनुमति ली जायेगी। अगर होम डिपोर्टमेंट से स्वीकृति नहीं मिलती है तो सीबीएसई पैटर्न पर ऑनलाइन परीक्षा ली जाए। जबकि शेष माक्र्स दसवीं और 11वीं के आधार पर दिए जा सकते हैं। इसमें भी सीबीएसई की तरह सब्जेक्ट वाइज अंक को प्राथमिकता दी जाए। कमेटी के सदस्यों का कहना था कि 12वीं के जिन विद्यार्थियों को इस साल प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है वह दसवीं बोर्ड परीक्षा और 11वीं की अद्र्ध वार्षिक परीक्षा दे चुके हैं। ऐसे में उन्हें इन दो कक्षाओं के आधार पर अंक दिए जा सकते हैं।