Politics Dominates: Pilot Supporters Will Surround The Independent MLA – राजनीति हावी: पायलट समर्थक घेरेंगे निर्दलीय विधायकों को

राजस्थान कांग्रेस में नेताओं की राजनीति हावी है।कल हुई
राहुल सिंह
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में नेताओं की राजनीति हावी है। एक दूसरे पर बयान देकर कहीं सीधे हमले किए जा रहे है। गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों की कल हुई बैठक में भी यहीं नजारा दिखा था। इस बैठक का असर आज दिखने वाला है। सचिन पायलट के समर्थक विधायकों ने निर्दलीय विधायकों के बयान का जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है और आज ये विधायक अपना पलटवार करेंगे।
संयम थे सबसे ज्यादा मुखर— कल की बैठक में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा मुख्य किरदार रहे थे और सबसे ज्यादा मुखर भी वहीं थे। लोढ़ा ने बैठक से पहले रणनीति बनाई थी और बाद में मीडिया से बातचीत में भी वहीं आगे दिखे। लोढ़ा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा था कि सचिन भाग्यशाली रहे है जो राजेश पायलट के घर पैदा हुए थे और उन्होंने जीवन में उन्होंने कभी असफलता नहीं देखी। सांसद, केन्द्र में मंत्री, पीसीसी अध्यक्ष, विधायक और उसके बाद डिप्टी सीएम तक बने। हालांकि सीएम के खेल में वे मात खा गए। लोढा ने यह भी कहा कि पायलट को सीखते-सीखते समय लगेगा।
गुढ़ा ने संयम की स्थिति अटपटी की— निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की स्थिति उस वक्त अटपटी हो गई थी जब बसपा से कांग्रेस में आए विधायक राजेन्द्र गुढ़ा भी होटल अशोका पहुंच गए ,इससे वहां पर कई निर्दलीय विधायक नाराज हो गए और सर्किट हाउस चले गए। गुढ़ा से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें तो संयम लोढ़ा ने फोन किया था इसलिए चले आए जबकि बदली हुई रणनीति के तहत बसपा से आए कांग्रेस विधायकों को इस बैठक में शामिल नहीं करना था। इसके बाद निर्दलीय विधायकों ने यह बैठक सर्किट हाउस में की। विधायक राजेन्द्र गुढ़ा ने इनको लेकर यह भी कह दिया कि निर्दलीयों में मंत्रिमण्डल में शामिल होने की छटपटाहट हैं।
खण्डेला ने ज्यादा हमला नहीं बोला— बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कई निर्दलीय विधायकों ने सचिन पायलट के खिलाफ सीधा हमला नहीं बोला और वे ज्यादा कुछ कहने से बचे। पूर्व केन्द्रीय मंंत्री महादेवसिंह खण्डेला भी थोड़े नरम दिखे
बैठक में ये विधायक थे मौजूद
कल की बैठक में निर्दलीय विधायको में संयम लोढ़ा,महादेव सिंह खण्डेला, ओमप्रकाश हुडला, रामकेश मीणा, राजकुमार गौड, रमिला खडिय़ा, सुरेश टांक, खुशवीर सिंह जोजावर, कांति मीणा,लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल बैठक में मौजूद थे। दूदू से विधायक बाबूलाल नागर अंत में बैठक में पहुंचे थे। वहीं बलजीत यादव बैठक में नहीं आ पाए।