Rajasthan

Shilpguru Explained The Nuances Of Meenakari – शिल्पगुरु ने समझाई मीनाकारी की बारीकियां

जेकेके ने आयोजित किया ‘मेस्मराइजिंग मीनाकारी’ सेशन

जयपुर,5 जुलाई
जवाहर कला केंद्र की ओर से आयोजित करवाए जा रहे ‘मेस्मराइजिंग मीनाकारी’ सेशन में प्रतिभागियों ने शिल्पगुरु इंदर सिंह कुदरत से मीनाकारी की पारंपरिक कला सीखी। यह सेशन मीनाकारी के इतिहास, इस कला में शामिल तकनीक और कौशल,उत्कृष्ट कृतियों को बनाने के लिए आवश्यक सामग्री और उपकरण के बारे में समझाने पर केंद्रित था।
सेशन में शिल्पगुरु ने मीनाकारी के इतिहास के बारे में बताया। उनका कहना था कि यह एक पेचीदा काम है। एक आर्टपीस को डिजाइन करने, रंगने, उकेरने, अलंकृत करने और चमकाने में कई उपकरण शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रतिभाशाली शिल्पकारों को अपनी कला को जारी रखने के साथ और अधिक अनूठे और रचनात्मक शिल्प को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। मंगलवार को शिल्पगुरु इंदर सिंह कुदरत के ‘मेस्मेराइजिंग मीनाकारी’ पर चल रहे ऑनलाइन सेशन का समापन होगा। सेशन आवश्यक तकनीकों और कौशल के साथ विभिन्न प्रकार के मीनाकारी डिजाइनों सिखाने पर केंद्रित रहेगा।

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