Study: Following WHO’s instructions, there will be reduction in c-sec | अध्ययनः डब्ल्यूएचओ के निर्देशों पर अमल से सिजेरियन डिलीवरी में आएगी भारी कमी

जयपुरPublished: Feb 02, 2024 12:23:19 am
विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों को लागू करने से डिलीवरी के दौरान महिलाओं की देखभाल में सुधार होता है और इससे गैरजरूरी सिजेरियन सेक्शन डिलीवरी को कम करने में मदद मिल सकती है। भारत में की गई एक पायलट स्टडी से यह खुलासा हुआ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों को लागू करने से डिलीवरी के दौरान महिलाओं की देखभाल में सुधार होता है और इससे गैरजरूरी सिजेरियन सेक्शन डिलीवरी को कम करने में मदद मिल सकती है। भारत में की गई एक पायलट स्टडी से यह खुलासा हुआ है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया में पांच में से एक डिलीवरी सिजेरियन सेक्शन से होती है। साथ ही, अनुमान है कि आने वाले दशक में यह संख्या बढ़कर कुल प्रसवों की एक-तिहाई हो जाएगी। गौरतलब है कि, जब मेडिकल कारणों से सिजेरियन सेक्शन यानी ऑपरेशन किया जाता है, तो यह जीवनरक्षक हो सकता है। यह अच्छी मेडिकल केयर का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन इसमें अंतर्निहित जोखिम भी शामिल होते हैं। जबकि, कई अध्ययनों से यह खुलासा हुआ है कि सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी गैर मेडिकल जरूरत के भी धड़ल्ले से की जानी लगी हैं।