For the first time, a patient became free from cancer through indigeno | GOOD NEWS :पहली बार स्वदेशी सीआर-टी सेल थेरेपी से कैंसर मुक्त हुआ रोगी

जयपुरPublished: Feb 08, 2024 01:31:16 am
सीआर-टी थेरेपी डॉ. हंसमुख जैन ने कहा, अभी गुप्ता कैंसर की कोशिकाओं से मुक्त है और यह दर्जा हासिल करने वाले वह पहले व्यावसायिक रोगी हैं।
15 वर्ष से अधिक उम्र के बी-सेल कैंसर से पीडि़त रोगी इस थेरेपी को ले सकते हैं।
मुंबई. स्वदेश विकसित सीआर-टी सेल थेरेपी से देश में पहली बार रोगी के कैंसर से मुक्ति का दावा किया गया है। ठीक होने वाले सेना के रिटायर्ड डॉ. (कर्नल) वीके गुप्ता को यह थेरेपी टाटा मेमोरियल अस्पताल में दी गई। खास बात ये है कि विदेशों में तीन से चार करोड़ महंगी ये थेरेपी पर यहां 42 लाख ही खर्च आया है।
सीआर-टी थेरेपी डॉ. हंसमुख जैन ने कहा, अभी गुप्ता कैंसर की कोशिकाओं से मुक्त है और यह दर्जा हासिल करने वाले वह पहले व्यावसायिक रोगी हैं। उन्होंने कहा, आजीवन इलाज का दावा करना अभी जल्दबाजी होगा। उपचार की सफलता के स्तर को निर्धारित करने के लिए हमें दो साल निगरानी की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, अब तक हमारे यहां थेरेपी से गुजरने वाले सभी रोगियो को कैंसर से पूरी तरह मुक्ति मिल गई है, लेकिन डायग्नोस्टिक टेस्ट में कैंसर को कोई लक्षण नजर नहीं आया है। उन्होंने साफ किया रोगी में इसकी संभावित पुनरावृत्ति की समय सीमा पहचाने के लिए वर्षों के डेटा की आवश्यकता होती है। डॉ. हंसमुख जैन ने कहा, इस उन्नत थेरेपी से कैंसर से संबंधित मृत्युदर को कम करने और कैंसर के उपचार में क्रांति आने की उम्मीद है। 15 वर्ष से अधिक उम्र के बी-सेल कैंसर से पीडि़त रोगी इस थेरेपी को ले सकते हैं।