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आपकी बात…नेपाल पर चीन की पकड मजबूत क्यों हो रही है ? | Why is China’s hold on Nepal getting stronger?

………………………………………………………………………………………………………………………….. भारत— नेपाल मैत्री संबंधों में हो दूरी
चीन नेपाल पर अपनी पकड़ मजबूत कर एक तीर से दो शिकार करना चाह रहा है। एक तरफ वह भारत-नेपाल की मित्रता को तोड़ कर भारत-नेपाल संबंधों में दूरियां बढ़ाना चाह रहा है तो दूसरी ओर नेपाल में बढ़ते अमरीकी प्रभाव को खत्म करना चाह रहा हैं। नेपाल के राजनीतिक, आर्थिक व सामयिक विषयों ने चीन की दिलचस्पी लगातार बढ़ती जा रही है।
– चूना राम बेनीवाल, बायतु, बालोतरा

………………………………………………………………………………………………………………………….. नेपाल, चीन के ऋण जाल में फंसा
चीन के ऋण के कारण नेपाल, चीन के गिरफ्त में आता जा रहा है। ऋण देकर वह नेपाल पर अपना आधिपत्य स्थापित करना चाहता है। नेपाल की सड़क, डिजिटल अर्थव्यवस्था, ग्रीन एनर्जी,साइंस टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, ह्यूमन रिसोर्स आदि के मामले में चीन की दखलअंदाजी बढ़ती जा रही है। नेपाल- चीन व्यापार, भुगतान समझौते के कारण भी, नेपाल पर चीन की पकड़ मजबूत होती जा रही है।
सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

……………………………………………………………………………………………………………………. चीन की विस्तारवादी नीति
नेपाल को कई तरह की आर्थिक सहायता देकर चीन उस पर अपनी पकड मजबूत कर रहा है। चीन की विस्तारवादी नीति के तहत नेपाल में आधारभूत ढांचे के विकास,ऋण जाल में फंसाना व बीआरआई प्रोजेक्ट में उसे शामिल कर लिया है। यह भारत के लिए सामरिक तौर पर खतरनाक है।
गजेंद्र चौहान, कसौदा, जिला डीग

…………………………………………………………………………………………………………………………… आर्थिेक जरूरतों की पूर्ति
वर्ष 2015 में लगभग छह महीने तक चली आर्थिक नाकेबंदी से नेपाल परेशान हुआ तो वह अपनी जरूरत पूरी करने को चीन के करीब पहुंच गया। वह सिलसिला जो शुरू हुआ तब से चीन ने नेपाल में गहरी पैठ कर ली है।
विवेक कुमावत, उदयपुर

………………………………………………………………………………………………………………. आर्थिक निवेश मुख्य आधार
चीन की विस्तारवादी नीति आर्थिक निवेश से आरंभ होती है। नेपाल को चीन से आर्थिक सहयोग के साथ-साथ राजनीतिक सहयोग, भू-कूटनीति सहयोग, सीमासुरक्षा और व्यापार वृद्धि सहयोग प्राप्त होते रहे हैं। चीन की नेपाल पर पकड़ नेपाल का विकास-भागीदार बनने में पूर्णतः निहित है।
मुकेश भटनागर, भिलाई, छत्तीसगढ़

……………………………………………………………………………………………………………. भारत के साथ संबंधों में दूरियां लाना चाहता है
चीन अपनी लुभावनी योजनाओं के तहत नेपाल पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। चीन नही चाहता कि भारत से नेपाल की दोस्ती बरकरार रहे। वह नेपाल के साथ पकड़ मजबूत कर भारत एव नेपाल दोनो देशों के संबंधों में दूरियां बनाना चाहता है।
—अजीतसिंह सिसोदिया , खारा, बीकानेर

…………………………………………………………………………………………………………………… नेपाल, चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट का हिस्सा
नेपाल, चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट का हिस्सा है। चीन बहुत-सी गतिविधियों को इसका भाग बताता है। चीन, नेपाल को शस्त्रों कि आपुर्ति करता है। वह नेपाल का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है । चीन विभिन्न योजनाओं कि आड़ में अपनी स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स रणनीति को भी कार्यान्वित कर रहा है। जिससे नेपाल पर चीन की पकड़ मजबूत हो रही है।
आर्यन वीर, सूरतगढ़ ( राजस्थान)

………………………………………………………………………………………………………………….. आर्थिक और राजनीतिक कारण
नेपाल को चीन द्वारा निरंतर आर्थिक सहायता कर्ज के तौर पर दी जा रही है। साथ ही नेपाल में वर्तमान साम्यवादी सरकार का वैचारिक रुप से चीन की तरफ झुकाव होने से नेपाल पर चीन की पकड़ मजवूत हो रही है।

– अमित दीवान, भोपाल ………………………………………………………………………………………………………………………. नेपाल ऋण के जाल में चीन, लुभावनी परियोजनाओं के जरिए नेपाल पर अपनी पकड़ मजबूत बना रहा है। वह नेपाल को ऋण के जाल में फंसाता जा रहा है। नेपाल में पोखरा एयरपोर्ट परियोजना पर अपना हक जमाने लगा है। नेपाल के लिए पोखरा एयरपोर्ट एक बड़ी मुश्किल बन गया है। नेपाल की कई पहाड़ियों का काफी हिस्सा चीन की सीमा के अंदर आता है। इसलिए वह अपनी कूटनीति से नेपाल पर अपनी पकड़ मजबूत बना रहा है
— प्रणय सनाढ्य उदयपुर राजस्थान

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