Pakistan: ना बुलेटप्रूफ और ना बमप्रूफ थी चीनी नागरिकों की गाड़ी, पाकिस्तान में आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा | Revealed in terrorist suicide attack in Pakistan,Chinese citizen kill

15 दिनों में होगी अधिकारियों पर कार्रवाई
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चीनी नागरिकों को ले जाने वाली ये बस क्लोज-सर्किट टेलीविजन कैमरे (CCTV) से लैस थी लेकिन ना तो ये बुलेट प्रूफ थी और ना ही बम प्रूफ। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के मुताबिक ये वारदात (Pakistan suicide attack) 26 मार्च के हमले की जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है। अताउल्लाह तरार ने कहा कि “प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी (RPO) हजारा डिवीजन, ऊपरी कोहिस्तान और निचले कोहिस्तान के जिला पुलिस अधिकारियों, सुरक्षा निदेशक, दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट और कमांडेंट विशेष सुरक्षा इकाई खैबर पख्तूनख्वा के खिलाफ 15 दिनों के भीतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।”
10 से ज्यादा आतंकी गिरफ्तार
बता दें कि इसी हफ्ते एक पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया ने खुलासा किया था कि पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) ने इस घातक हमले से जुड़े 10 से ज्यादा आतंकवादियों और सहयोगियों की गिरफ्तारी का खुलासा किया था। CTD ने आगे खुलासा किया कि आत्मघाती हमलावर (Pakistan suicide attack) को अफगानिस्तान से पाकिस्तान ले जाने के लिए जिम्मेदार आतंकवादी नेता को 4 दूसरे मददगारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि बीते 26 मार्च को खैबर पख्तूनख्वा के शांगला जिले के बिशम शहर में हुए इस हमले में एक पाकिस्तानी नागरिक के साथ 5 चीनी इंजीनियरों की जान चली गई थी।
चीन ने डाला पाकिस्तान पर दबाव
ये रिपोर्ट चीन के पाकिस्तान पर डाले गए दबाव का ही नतीजा है। अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए और इस हमले के आरोपियों की तलाश में तेजी लाने के लिए बीते दिनों चीन ने इस्लामाबाद पर दबाव डाला था जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ ने इस हमले की संयुक्त जांच के आदेश दे दिए। बता दें कि इस हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट के अलावा चीन के हजारों नागरिक पाकिस्तान में 60 अरब डॉलर के CPEC यानी चीन-पाकिस्तान आर्थित गलियारे (China Pakistan Economic Corridor) के लिए काम कर रहे हैं।
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