25 मई से नौतपा, इस दिन कई सालों बाद अद्भुत योग, 5 ग्रह एक साथ दिखाएंगे प्रभाव, क्या गर्मी से हिल जाएंगे लोग?

जयपुर. इस बार नौतपा (साल के सबसे गर्म नौ दिन) 25 मई से शुरू होकर होगा और 2 जून तक रहेगा. 25 मई को 3:17 पर सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही नौतपा का शुभारंभ हो जाएगा. कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 8 जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे.
इन दिनों के प्रथम 9 दिन को नौतपा माना जाता है. इस दौरान सूर्य की किरणें धरती पर सीधी पड़ती हैं, लेकिन इस बार शुक्र व गुरु का तारा अस्त होने से इसका प्रभाव कम रहेगा. नौतपा (साल के सबसे गर्म नौ दिन) के समय सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है. इस कारण से तेज गर्मी पड़ती है.
सूर्य अधिक तपें तो अच्छी बारिश के संकेतज्योतिषीय गणना के अनुसार यदि नौतपा के सभी दिन पूरे तपें तो यह अच्छी बारिश के संकेत माने जाते हैं. इस दौरान सूर्य 8 जून तक 23 अंश 40 कला तक रहेंगे. इसका कारण है कि रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चंद्रमा होता है. सूर्य तेज और प्रताप का प्रतीक माना जाता है जबकि चंद्र शीतलता का प्रतीक होता है. सूर्य जब चंद्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करते है तो सूर्य इस नक्षत्र को अपने प्रभाव में ले लेता है.
इस वजह से ताप अधिक बढ़ जाता है. इस दौरान ताप बढ़ जाने के कारण पृथ्वी पर आंधी और तूफान आने लगते हैं. पंडित घनश्याम शर्मा ने बताया कि मान्यता है कि सूर्य की गर्मी और रोहिणी के जल तत्व के कारण यह मानसून का गर्भकाल आ जाता है और इसी कारण नौतपा को मानसून का गर्भकाल माना जाता है.
शुक्र व गुरु तारा अस्त होने का प्रभावपंडित घनश्याम शर्मा ने बताया कि इस बार नौतपा के पहले ही 1 मई को शुक्र व 9 मई को गुरु ग्रह अस्त हो गए हैं. सूर्य के साथ शुक्र भी रहेंगे और रोहिणी नक्षत्र का स्वामी ग्रह चंद्रमा है. सूर्य के साथ शुक्र भी वृषभ राशि में रहेंगे, वहीं शुक्र रस प्रधान ग्रह है, इसलिए वह गर्मी से राहत भी दिलाएगा. इसलिए देश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी और कुछ जगहों पर तेज हवा और आंधी-तूफान के साथ बारीश होने की संभावनाएं बन रही है. वराहमिहिर के बृहत्संहिता ग्रंथ में उल्लेख है कि ग्रहों के अस्त होने से मौसम में बदलाव होता है.
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FIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 17:59 IST