दवाई नहीं है सुरक्षा कवच! बच्चों को लकवा से बचाएगी, बनेंगे सुपर स्ट्रांग, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बुरहानपुर: दो बूंद जिंदगी के लिए बहुत जरूरी है इस नाम से जो ड्रॉप पिलाई जाती थी, वो पोलियो की दवा है. लेकिन अब पोलियो की दवा को वैक्सीन के रूप में भी लगाया जाता है. यह बच्चों के लिए बहुत जरूरी है. 0 से 5 वर्ष की उम्र तक आपको कितने डोज लगाने हैं, आज हम टीकाकरण अधिकारी और एक्सपर्ट डॉ.वाय.बी. शास्त्री से बताने जा रहे हैंं. ताकि आपके बच्चे भी लकवे की बीमारी से बच सकें. यह पोलियो की दवा बच्चों के जीवन में बहुत जरूरी है. आप सभी माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए.
टीकाकरण अधिकारी ने दी जानकारीलोकल 18 को टीकाकरण अधिकारी ने जानकारी देते हुए डॉ.वाय.बी.शास्त्री ने बताया कि पोलियो की दवाई पहले ड्रॉप में दी जाती थी. अब उसे वैक्सीन के माध्यम से भी लगाया जाता है. 0 से 5 वर्ष की उम्र के लिए बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाना बहुत जरूरी है. उन्हें 6 डोज लगाना अति आवश्यक है. यदि आप यह छह डोज लगाते हैं तो आपके बच्चे स्ट्रांग रहेंगे और बच्चा लकवे की बीमारी से बचेगा. इस बात का विशेष ध्यान रखें. यदि आप भी आपके बच्चों को दवाई पिलाना या वेक्सिन लगाना भूल गए हैं, तो आप नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर पोलियो की दवाई पिला सकते हैं.
दूर भागती है लकवे की बीमारीबच्चों को यदि पोलियो की दवा नहीं पिलाई हुई है, तो बच्चे लकवे की बीमारी से सबसे ज्यादा अधिक चपेट में आते हैं. चलने फिरने में उन्हें परेशानी होती है. इसलिए पोलियो की दवाई बच्चों के जीवन में सबसे जरूरी है. यदि बच्चे ने पोलियों की दवाई पी है, तो उसके आसपास भी लकवे की बीमारी नहीं फटकती है. और बच्चा तंदुरुस्त होता है. उसे कोई बीमारी नहीं जकड़ती है. इसलिए यह पोलियो की दवाई पिलाना अती आवश्यक है.
FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 18:50 IST