Rajasthan
न्यूमोथौरेक्स से फटा लंग्स! फिर भी सैनिक के बेटे ने नीट में हासिल की रैंक-1

दिव्यांश ने बताया कि जब पापा ने कोटा भेजा तो थोड़ा अटपटा लगा था लेकिन यहां आकर देखा कि पढ़ाई के लिए इससे अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती. एडमिशन लेने के बाद पढ़ाई करने का इतना मन किया कि मजा आने लगा. यहां नेशनल लेवल का कॉम्पिटिशन मिलता है.