भरतपुर के 3 कमरों में क्या हो रहा था जिससे मचा बवाल, धर्म परिवर्तन का आरोप सच तो BJP नेताओं ने क्यों बनाई दूरी

भरतपुर. धर्मांतरण के मुद्दे पर हमेशा आक्रामक रहने वाली बीजेपी ने भरतपुर में सामने आए धर्म परिवर्तन के बड़े मामले में पर चुप्पी साध रखी है. जबकि पुलिस ने यहां बवाल मचने के बाद इस संबंध में केस भी दर्ज किया है और माना कि वहां धर्म परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा था. पुलिस ने बवाल मचने के बाद वहां से 27 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. बाद में उन सबको पांच-पांच हजार रुपये के मुचलके पर छोड़ा गया था.
भरतपुर के मथुरा गेट थाना इलाके में बीते शुक्रवार का धर्म परितर्वन का मामला सामने आया था. वहां चर्च फाउंडेशन के नाम से संगठन चलाने वाले रविन्द्र नाम के शख्स के घर के तीन कमरों में करीब 40 लोग जमा थे. इनमें अधिकतर महिलाएं थी. चार पांच कमरों के इस बंद मकान में धर्म परिवर्तन कराने की सूचना पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता वहां पहुंचे. उन्होंने वहां जमकर बवाल काटा. बाद में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की मकान में मौजूद लोगों के साथ जमकर मारपीट भी हुई थी.
धारा 299 और 302 के तहत केस दर्ज किया गया हैसूचना पर पुलिस उपाधीक्षक (शहर) सुनील प्रसाद समेत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और हालात संभाले. पुलिस ने वहां से करीब 40 लोगों को हिरासत में लिया था. उनको थाने ले जाकर पूछताछ की गई. बाद में 27 लोगों को गिरफ्तार कर उनको कोर्ट में पेश किया गया. वहां से सभी को जमानत मिल गई थी. पुलिस ने रविन्द्र के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 और 302 के तहत केस दर्ज किया है. यह केस स्थानीय वाशिंदे निरंजन की रिपोर्ट पर दर्ज किया गया था.
हंगामे से पहले वहां प्रार्थना सभा चल रही थीहंगामे के बाद पुलिस ने वहां रविन्द्र के मकान की तलाशी ली तो वहां बाइबल समेत ईसाई धर्म से जुड़ी कुछ अन्य किताबें और पोस्टर मिले थे. वहीं चंड़ीगढ़ से लाया गया विशेष पानी भी मिला था. पुलिस ने उन किताबों को जब्त कर लिया था. रविन्द्र के इस मकान में लोगों को प्रार्थना सभा के नाम पर एकत्र किया गया था. विहिप कार्यकर्ता जब वहां पहुंचे तो वह प्रार्थना सभा चल रही थी. विहिप नेताओं का आरोप है कि यहां इस तरह के आयोजन किए जाते रहे हैं. भोलेभाले लोगों का मांइड वॉश कर करीब 15 दिन के प्रोसेस के बाद उनका धर्म परिवर्तन करा दिया जाता है.
सीएम भजनलाल का गृह जिला है भरतपुरभरतपुर सीएम भजनलाल का गृह जिला है. भरतपुर जिले में पहले भी धर्मातंरण के मामले सुर्खियां बन चुके हैं. लेकिन तब बीजेपी तत्कालीन गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ी करती रही है. लेकिन इस मामले में स्थानीय से लेकर प्रदेश के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. घटना के समय और बाद में केवल विहिप और बजरंग दल ही सामने आए और उन्होंने हल्ला मचाया. विहिप के जिलाध्यक्ष लाखन सिंह ने तो यहां लंबे समय से वहां इस तरह के कृत्य होने का खुला आरोप लगाया है. बीजेपी की चुप्पी पर विहिप और बजरंग दल भी हैरान हैं. क्या ये चुप्पी इसलिए है कि यह सीएम के गृह जिले का मामला है?
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FIRST PUBLISHED : July 7, 2024, 10:45 IST