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सुबह उठने के लिए आप भी लगाते हैं कई अलार्म, सेहत का हो जाएगा बेड़ा गर्क, दिल और दिमाग होगा बर्बाद

Side Effects of Multiple Alarms: सही समय पर उठने के लिए लोग फोन या घड़ी में अलार्म सेट कर लेते हैं. कई लोग एक बार अलार्म बजने पर उठ जाते हैं, तो कुछ लोगों को उठने के लिए मल्टीपल अलार्म यानी एक से ज्यादा बार बजने वाले अलार्म सेट करने पड़ते हैं. इस कंडीशन में हर 5 या 10 मिनट में अलार्म बजता रहता है और लोग उसे ऑफ करते रहते हैं. अधिकतर लोग ऐसा करते हैं, लेकिन मल्टीपल अलार्म बजने से आपकी सेहत बर्बाद हो सकती है. जी हां, सुनकर चौंक रहे होंगे, लेकिन यह बात पूरी तरह सही है. बार-बार अलार्म बजने से नींद टूटना शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है.

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक सुबह उठने के लिए 5 या 10 मिनट के गैप पर सेट किए गए अलार्म से नींद की क्वालिटी बिगड़ जाती है. स्लीप साइकल की आखिरी स्टेज में बार-बार अलार्म से नींद टूट जाती है. इसे रैपिड आई मूवमेंट (REM) स्लीप कहा जाता है. नींद की यह स्टेज मेमोरी प्रोसेसिंग और क्रिएटिव थिंकिंग के लिए बेहद जरूरी मानी जाती है. इस दौरान बार-बार नींद टूटने से ब्रेन फंक्शन बिगड़ सकता है. स्लीप एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों को सिर्फ एक अलार्म सेट करना चाहिए और उसी समय पर उठ जाना चाहिए. बार-बार अलार्म बजने और नींद टूटने से सेहत बिगड़ सकती है.

कई रिसर्च में पता चला है कि अलार्म को स्नूज करने या मल्टीपल अलार्म लगाने से स्लीप इनर्शिया की कंडीशन पैदा हो सकती है और शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है. स्लीप इनर्शिया एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें सुबह जागने के बाद व्यक्ति को अत्यधिक थकावट और भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ता है. यह कंडीशन जागने के कुछ मिनटों से लेकर आधे घंटे तक रह सकती है. कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है. जब व्यक्ति अलार्म की आवाज़ से बार-बार उठता है, तो इसका कोर्टिसोल स्तर में वृद्धि हो सकती है. कोर्टिसोल से शरीर में तनाव का स्तर बढ़ सकता है.

बार-बार अलार्म के कारण नींद की क्वालिटी खराब होने लगती है. इससे मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है. नींद की कमी या खराब क्वीलिटी की नींद से व्यक्ति को मूड स्विंग्स की समस्या होने लगती है. नींद की कमी से डिप्रेशन, एंजायटी और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा बढ़ जाता है. बार-बार अलार्म की आवाज से जागने पर व्यक्ति का मनोबल कम हो सकता है और उसका मन अशांत हो सकता है. रोजाना 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है. ऐसा न करने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

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Tags: Health, Lifestyle, Mental diseases, Trending news

FIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 11:35 IST

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