कानून की पालना में दंड जरूरी-इसके बिना कोई भी नहीं चल सकता : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

निराला समाज टीम जयपुर।

जयपुर में आज से दो दिवसीय स्टेट लेवल पुलिस ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस, ‘पुलिसिंग विद एक्सीलेंस-द वे फॉरवर्ड’ की शुरुआत हुई है। दो दिन की कॉन्फ्रेंस राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में चल रही है। इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम बोले- टूटी फूटी ठठेरे के द्वार कैसे भी कुछ भी हुआ। आना पुलिस के पास ही पड़ता हैं। इसीलिए मैं कहना चाहता हूं कि यह तंत्र राज का सबसे महत्पूर्ण तंत्र है। कोई राज दंड के बिना नहीं चल सकता। कानून का पालन करने और पालन करवाने के लिए दंड आवश्यक होता है।

उन्होंने कहा- मेरे पास कई लोग सिफारिश लेकर आते थे। कहते थे- हमारे साथ धोखा हो गया। मैने पूछा क्या धोखा हुआ तो पता चला कि सोना देकर गया था। पीतल निकल गया। वह तो धोखा देकर गया। आप भी तो उसे धोखा दे रहे थे। आप भी तो 1 लाख के माल को 5 हजार में खरीद रहे थे। इस तरह से तो आप भी दोषी हैं। इस तरह से धोखे होते हैं। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि कबूतर जाल में तब आएगा, जब उसमें दाना डलेगा। अगर दाने की चिंता करोगे तो जाल की चिंता कौन करेगा। दाने को तो खाना चाहते हैं। जाल से कैसे बचोगे। दाना इसलिए तो डाला है कि आप जाल में आएं। इस जाल मे जो फंसने वाले है। वह किस लोभ के कारण इस जाल में फंसे उन पर भी कहीं न कहीं आपराधिक कानून के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सीएस बोले- लोग पुलिस स्टेशन को ट्रस्ट नहीं कर रहे

कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव सुधाश पंथ ने कहा- एसपी, आईजी, एडीजी को औचक निरीक्षण करना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि हम लोग पुलिस स्टेशन को ट्रस्ट नहीं कर रहे हैं। जितनी नजदीक से हम लोग काम को देखेंगे। पूरे सिस्टम में एक अलर्ट नेस आएगी। यह बहुत जरूरी है।

जगह-जगह पर सीसीटीवी लगने चाहिए। सीसीटीवी होने से आदमी अलर्ट हो जाता है। सभ्य होने लगता है। हमारे पास कोई बजट की कमी नहीं है। सीएम ने वित्त विभाग को साफ बोला हुआ है कि पुलिस की सुविधाओं के लिए कोई कमी नहीं रखें। महिलाओं के प्रति जो अपराध होते हैं। उसमें और अधिक संवेदन शील बनने की जरूरत हैं।
4-5 जिलों में ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा

राजस्थान के 4-5 जिलों में ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है। उस पर कार्रवाई भी की जा रही है। इसे जल्द से जल्द खत्म करना जरूरी है। क्योंकी अगर यह फैल गया तो फिर रोक लगाना मुश्किल हो जाएगा। टास्क फोर्स बना दी गई हैं, लेकिन कई जगह मैनपावर और संसाधनों की कमी है।
डीजीपी राजस्थान उत्कल रंजन साहू ने बताया- जयपुर में इस साल जनवरी माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय स्तर की डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस में लिए गए निर्णय के बाद इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह , राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आनंद कुमार सहित राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
एडीजी देंगे 6-6 विषयों पर प्रेजेंटेशन देंगे
साहू ने बताया- एडीजी कॉन्फ्रेंस में दो दिन की अवधि में राज्य में बेहतर पुलिसिंग पर केन्द्रित मुद्दों पर राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और विषय विशेषज्ञ दर्जन भर सेशंस में अपना प्रस्तुतिकरण देंगे। गुरुवार को 6 विषयों पर प्रजेंटेशन दिए गए। शुक्रवार को 6 विषयों पर एडीजी और आईजी रैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों के ग्रुप द्वारा प्रेजेंटेशन दिए जाएंगे।