Rajasthan

Ajay Yadav Murder Case – Ajay Yadav Murder open: दोस्ती बदली दुश्मनी में, लकवे में आया ये बड़ा बदमाश निकला मास्टरमाइंड, दो गिरफ्तार

डीसीपी रिचा तोमर ने बताया कि दो स्कूटी पर जो चार बदमाश सवार थे उनके नाम मुकेश यादव, वीरेन्द्र सिंह, अक्षय सिह और एक अन्य है। प्रदीप यादव बेड रेस्ट पर है। उसे भी जल्द ही गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। एक अन्य बदमाश मुकेश यादव के साथ फरार चल रहा है।

जयपुर
21 सितंबर को दिन दहाड़े जयपुर के बनीपार्क क्षेत्र में Ajay Yadav की हत्या करने के मामले में Jaipur Police ने बड़ा खुलासा किया है। डीसीपी रिचा तोमर ने हत्या के इस मामले में दो हत्या आरोपियों को पकडे जाने के बारे मंे जानकारी दी है। बनीपार्क थाना पुलिस और डीसीपी की स्पेशल टीम ने हत्या आरोपियों की तलाश में दर्जनों सीसी कैमरे खंगाले, सूचनाओं का संकलन किया और उसके बाद जयपुर से हरियाणा तक कड़ी से कड़ी जोड़ी। तब जाकर हत्या के दो आरोपियों को दबोचा जा सका। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमें अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही हैं। अजय को दिन दहाड़े गोलियां से भून दिया गया था और उसके बाद पत्थर से सिर कुचल दिया गया था। पूरे हत्याकांड में जयपुर सेंट्रल जेल में बंद बदमाशों से भी कनेक्शन जुड़ रहा था।

इसलिए मारा गया था अजय यादव को
दरअसल अजय यादव और वैशाली नगर थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर Mukesh Yadav 2008 से 2016 तक गहरे दोस्त रहे। लेकिन साल 2015 में बदमाश Gagan pandit पर फायरिंग केस में अजय का नाम आने के बाद अजय ने मुकेश से फरारी काटने के लिए मदद मांगी तो मुकेश ने मदद नहीं की। उसके बाद से दोनो में दूरी होने लगी। उसके बाद कुछ जमीन के केस में दोनो कई बार आमने सामने भी हुए। इसके बाद मुकेश यादव झोटवाडा के हिस्ट्रीशीटर Pradeep Yadav के संपर्क मंे आ गया।

दोनो ने अपने और साथियों के साथ सोशल मीडिया पर अपनी गैंग को मजबूत दिखाने के लिए फोटोज डाले। इससे अजय यादव और उसके साथी प्रदीप यादव पर भी खुन्नस खाने लगे। इससे बाद पिछले साल मार्च में अजय यादव के साथियों हिमांशु जांगिड और बंटी शर्मा ने प्रदीप यादव के झोटवाड़ा स्थित कार्यालय में घुसकर उसे गोलियां मार दी। गोलियां से उसकी जान तो बच गई लेकिन शरीर का एक हिस्सा लगवाग्रस्त हो गया। इसका कांड का जिम्मेदार प्रदीप और मुकेश अजय को ही मानने लगे। अजय से बदला लेने की साजिश रचने लगे। प्रदीप और मुकेश को पता चला कि अजय लगभग हर दिन सूत मिल बनीपार्क की ओर आता है और चाय पीता है।

प्रदीप ने इस मौके पर ही अजय की हत्या करने की साजिश बिस्तर पर लेटे लेटे रच डाली। उसने साथियों को जमा किया और उसके बाद 21 सितंबर को अजय की हत्या करा दी। इस हत्याकांड में सात लोग नामजद हैं। इनमें से दो को पुलिस ने पकडा है। इनमें से एक जयराज सिंह हत्यारों को फरारी के दौरान मोबाइल सिम उपलब्ध कराने वाला है और दूसरा प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव हत्यारों को हरियाणा में शरण देने वाला है। मुख्य हत्यारे अभी पकड से बाहर हैं।

डीसीपी रिचा तोमर ने बताया कि दो स्कूटी पर जो चार बदमाश सवार थे उनके नाम मुकेश यादव, वीरेन्द्र सिंह, अक्षय सिह और एक अन्य है। प्रदीप यादव बेड रेस्ट पर है। उसे भी जल्द ही गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। एक अन्य बदमाश मुकेश यादव के साथ फरार चल रहा है।



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