Rajasthan

Weather Update- Monsoon Departing Late By 19 Days – Weather Update- 19 दिन की देरी से विदा ले रहा मानसून

Weather Update- तकरीबन 19 दिनों की देरी के साथ प्रदेश के पश्चिमी हिस्से और गुजरात से दक्षिण पश्चिमी मानसून की विदाई बुधवार से शुरू हो गई। मानसून वापसी रेखा बुधवार को बीकानेर, जोधपुर, जालौर, भुज से गुजर रही है, साथ ही अगले तीन चार दिनों में प्रदेश के अधिकांश भागों से मानूसन की वापसी के लिए परिस्थतियां अनुकूल बनी हुई हैं।

मानसून की वापसी शुरू

जयपुर।
तकरीबन 19 दिनों की देरी के साथ प्रदेश के पश्चिमी हिस्से और गुजरात से दक्षिण पश्चिमी मानसून की विदाई बुधवार से शुरू हो गई। मानसून वापसी रेखा बुधवार को बीकानेर, जोधपुर, जालौर, भुज से गुजर रही है, साथ ही अगले तीन चार दिनों में प्रदेश के अधिकांश भागों से मानूसन की वापसी के लिए परिस्थतियां अनुकूल बनी हुई है। इससे पूर्व 2016 में मानसून 15 सितंबर, 2017 में 27 सितंबर, 2018 में 29 सितंबर्र 2019 में 9 अक्टूबर और 2020 में मानसून 28 सितंबर के प्रदेश से विदा हुआ था।
मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर चार माह में प्रदेश में सबसे अधिक बरसात सितंबर में हुई जबकि सबसे कम बरसात जुलाई में दर्ज की गई। जून में बरसात सामान्य से6 फीसदी अधिक हुई जबकि जुलाई में सामान्य से 15 फीसदी कम, अगस्त में सामान्य से 15 फीसदी कम बरसात प्रदेश में हुई। सितंबर में प्रदेश में सबसे अधिक बरसात 176 फीसदी अधिक हुई है।
वहीं यदि एक जून से 30 सितंबर तक के बरसात के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में सामान्य से 17 फीसदी बरसात अधिक हुई। पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 16 फीसदी और पश्चिमी राजस्थान में 20 फीसदी बरसात अधिक हुई। पूर्वी राजस्थान में सबसे अधिक बरसात बूंदी में सामान्य से 55 फीसदी अधिक हुई जबकि सबसे कम बरसात सिरोही में माइनस 33 फीसदी हुई। पश्चिमी राजस्थान में सबसे अधिक बरसात जैसलमेर में 69 फीसदी जबकि सबसे कम माइनस 29 फीसदी श्रीगंगानगर में हुई। पूर्वी राजस्थान के 23 में से चार जिलों में सामान्य की तुलना में बरसात का आकड़ा कम रहा जबकि पश्चिमी राजस्थान में 10 में से 6 जिलों में सामान्य से अधिक और चार में सामान्य से कम बरसात दर्ज की गई।
दक्षिण पश्चिमी मानसून 2021 के दौरान राज्य में मासिक बरसात आंकड़े मिमी में
माह वास्तविक बरसात लॉन्ग पीरियड एवरेज बरसात प्रतिशत
जून 53.1 50.1 6
जुलाई 130.8 153.5 माइनस 15
अगस्त 126.1 147.3 माइनस 14
सितंबर 175.3 63.6 176
………………………
दक्षिण पश्चिम मानसून 2021 के दौरान राज्य में जिलेवार बरसात एक जून से 30 सितंबर तक

नाम वास्तविक बरसात सामान्य बरसात आंकड़े प्रतिशत में
सम्पूर्ण राजस्थान 485.3 414.5 17
पूर्वी राजस्थान 696.7 602.2 16
पश्चिमी राजस्थान 317.5 265.3 20
पूर्वी राजस्थान के जिला में बरसात की स्थिति एक जून से 30 सितंबर तक
जिले का नाम वास्तविक बरसात सामान्य बरसात आंकड़े प्रतिशत में
अजमेर 458.1 419.5 9
अलवर 631.6 553.5 14
बांसवाड़ा 806.4 844.6 माइनस 5
बारां 1131.6 774.5 46
भरतपुर 596.3 545.2 9
भीलवाड़ा 615.4 580.4 6
बूंदी 975.5 629.7 55
चित्तौडगढ़़ 752.3 699.2 8
दौसा 701 585.9 20
धौलपुर 621.3 605.2 3
डूंगरपुर 558.6 624.6 माइनस 11
जयपुर 656.8 502.1 13
झालावाड़ 1130.3 841.2 34
झुंझुनू 459.6 406.1 13
करौली 692 616.9 12
कोटा 1080.9 716.6 51
प्रतापगढ़ 1162.6 864.1 35
राजसमंद 517.9 50 6 2
सवाई माधोपुर 906.2 617.4 47
सीकर 582.6 391.2 49
सिरोही 563.2 839 माइनस 33
टोंक 664.5 557 19
उदयपुर 5 25.5 587.4 माइनस 11
पश्चिमी राजस्थान में बरसात की स्थिति
बाड़मेर 242.7 247.9 माइनस 2
बीकानेर 282.3 229.6 23
चूरू 521.5 315.5 65
हनुमानगढ़ 293.5 263.5 11
जैसलमेर 273.5 162.1 69
जालौर 339.9 385.7 माइनस 12
जोधपुर 294.3 278.1 6
नागौर 485.9 350.5 39
पाली 396.7 450.3 माइनस 12
श्रीगंगानगर 143.3 201.8 माइनस 29

वहीं बुधवार को राजधानी जयपुर सहित तकरीबन पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहा। दिन की शुरुआत तेज धूप के साथ हुई। दिन चढऩे के साथ गर्मी और उमस बढ़ती गई जिसने आमजन को बेहाल कर दिया। राजधानी जयपुर का दिन का तापमान दो डिग्री बढ़कर 36.0 डिग्री सेल्सियस पर पंहुच गया। पिछले 24 घंटे की बात करें तो पूर्वी राजस्थान में कहीं कहीं पर हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात हुई। पश्चिमी राजस्थन में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और बिजली चमकने के साथ मध्यम दर्जे की बरसात हुई। राज्य में सबसे अधिक बरसात श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ में 30.0 मिमी दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 37.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।





Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj