अब प्याज की फसल नहीं होगी खराब, किसान लंबे समय तक जमा कर सकते हैं स्टॉक, सरकार करेगी मदद

भीलवाड़ा. भीलवाड़ा शहर और जिले के आसपास के गांव सहित किसान अपनी प्याज के स्टोरेज को लेकर खासा परेशान रहते हैं प्याज की फसल का स्टोरेज करने के लिए उन्हें कहीं ना कहीं प्राइवेट स्टोरेज की ओर रुख करना पड़ता है लेकिन अब भीलवाड़ा के किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब वह खुद अपने स्तर पर प्याज का स्टोरेज कर सकते हैं इसके लिए किसानों की सरकार भी मदद करेगी. किसानों और लोगों को अब महंगे प्याज से निजात से मिल सकती है. भीलवाड़ा जिले के 3 ब्लॉक मांडलगढ़, जहाजपुर व सुवाणा के अलग-अलग जगह प्याज स्टॉरेज के लिए सरकार ने करीब 35 जगह स्ट्रेक्चर बनाने को मंजूरी दी है. स्ट्रक्चर बनने से किसानों का प्याज जल्द खराब नहीं होने से उन्हें कम कीमत पर बेचना नहीं पड़ेगा. वहीं, किसानों के ही स्टोरेज स्ट्रक्चर बन जाने से आमजन को भी महंगे प्याज नहीं खरीदने पड़ेंगे.
भीलवाड़ा उद्यान विभाग के उपनिदेशक राजकुमार माला ने कहा कि सरकार ने इस साल उद्यान विभाग को जिलेभर में प्याज स्टोरेज के लिए 43 स्ट्रक्चर बनाने का लक्ष्य दिया था. इसमें से उद्यान विभाग ने करीब 35 किसानों को प्याज के स्टोरेज के लिए स्ट्रक्चर बनाने की स्वीकृति दी है. हर स्ट्रक्चर पर करीब 1.75 लाख रुपए खर्च होंगे. इस राशि में से करीब 50 प्रतिशत राशि सरकार अनुदान के रूप में देगी.
उत्पादक व खरीदार दोनों को फायदाभीलवाड़ा जिले में हर साल करीब 200 हेक्टेयर में प्याज का उत्पादन होता है. प्रति हेक्टेयर 20 टन उत्पादन के हिसाब से करीब 4 हजार टन प्याज एक साथ पककर तैयार होने से किसान को कम कीमत मिलती है. ऐसे में किसान फसल खराब होने के डर से कम कीमत पर ही बेच देते हैं. इस कारण कमाई तो दूर किसानों की लागत भी नहीं निकलती है. इसे देखते हुए सरकार ने किसानों को अनुदान देकर प्याज के स्टोरेज के लिए स्ट्रक्चर बनाने की सुविधा दी है. स्ट्रक्चर बन जाने पर किसान जब बाजार में फसल की अच्छी कीमत मिल रही होगी तब ही बेच कर मुनाफा कमा सकेगा. साथ ही किसान के पास प्याज रखा है तो आमजन को भी सस्ता मिलेगा. इससे उत्पादक व खरीदार दोनों को फायदा मिलेगा.
स्ट्रक्चर में किया जा सकता है 25 टन प्याज का स्टॉपेजस्टोरेज के लिए बनने वाले हर स्ट्रक्चर में करीब 25 मीट्रिक टन प्याज का भंडारण किया जा सकता है ऐसे में स्ट्रक्चर लगाने वाले किसान का इतना उत्पादन नहीं है तो वह अपने गांव के दूसरे किसानों का प्याज भी किराया लेकर रखवा सकता है. ऐसे में जो किसान स्ट्रक्चर बनवाने में असमर्थ है, उनकी प्याज की फसल भी स्ट्रक्चर में रखवाई जा सकती है. गत साल भी उद्यान विभाग ने कोटड़ी, मांडलगढ़ व आसींद क्षेत्र में प्याज भंडारण के लिए स्वीकृत किए स्ट्रक्चर प्याज उत्पादक किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुए इसके चलते इस साल विभाग ने फिर 35 और स्ट्रेक्चर बनाने की स्वीकृति जारी की है.
एक साल तक प्याज नहीं होता खराबउद्यान विभाग के उपनिदेशक राकेश कुमार माला के अनुसार बांस से निर्मित प्याज स्टॉरेज स्ट्रेक्चर में रैक लगी होती है बीच में छेद होने से हवा लगती रहती है ऐसे में प्याज खराबा नहीं होता है करीब साल भर तक प्याज को सुरक्षित रखा जा सकता हैं. जब बाजार में प्याज की अच्छी कीमत आए तब बेचकर किसान अपनी फसल की अच्छी कीमत ले सकता है. इसके अलावा स्थानीय प्याज स्टॉरेज से बाहर निकलेगा तो कीमत स्थिर रहने से आमजन को भी कम कीमत पर मिल सकेगा.
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FIRST PUBLISHED : December 9, 2024, 10:33 IST