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Last Updated:November 07, 2025, 05:00 IST
कैमरून राष्ट्रपति के तौर पर पॉल बिया ने एक बार फिर से शपथ ली तो पूरे देश में जबरदस्त बवाल शुरू हो गया है. वो दुनिया के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति बन चुके हैं लेकिन कुर्सी छोड़ने के लिए राजी नहीं हैं.
दुनिया के सबसे बूढ़े राष्ट्रपति पॉल बिया
दुनिया के एक कोने में एक राजनेता ने चौंकाने वाला कारनामा कर डाला है और वो दुनिया के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति बन गए हैं. ये सब हुआ है सेंट्रल अफ्रीका स्थित कैमरून में जहां पर पॉल बिया ने गुरुवार को राष्ट्रपति के पद के लिए शपथ ग्रहण की है. उन्होंने इस बार अपना आठवां कार्यकाल शुरू कर दिया है और ये कार्यकाल जब तक पूरा होगा तब तक वो 100 साल से ऊपर हो चुके होंगे. इसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. वो पिछले 43 सालाों से इस देश पर कब्जा करके बैठे हुए हैं और पद से हिलने का नाम नहीं ले रहे हैं.
क्या बोले पॉल बिया?
आठवां कार्यकाल शुरू करने से पहले 92 वर्षीय पॉल बिया ने भाषण में, 92 मध्य अफ्रीकी राष्ट्र में व्यवस्था बहाल करने का वादा किया और अशांति भड़काने के लिए गैर-जिम्मेदार राजनेताओं और प्रवासी भारतीयों को दोषी ठहराया. बिया ने देश की जनता से कहा, ‘जैसे ही मैं पदभार ग्रहण कर रहा हूं, मैं उस स्थिति की गंभीरता को पूरी तरह से महसूस करता हूं जिससे हमारा देश गुजर रहा है. मैं हमारे सामने मौजूद चुनौतियों की संख्या और गंभीरता को महसूस करता हूं. मैं निराशाओं की गहराई, और अपेक्षाओं के पैमाने को महसूस करता हूं’.
48 नागरिकों की हत्या
रॉयटर्स के मुताबिक बिया के फिर से चुने जाने के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों ने 48 नागरिकों की हत्या कर दी. सरकार ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया है और न ही उसने अशांति के दौरान मारे गए या घायल हुए लोगों का अपना कोई अनुमान दिया है.
आधिकारिक परिणामों के अनुसार, बिया को पिछले सप्ताह 53.66% मतों के साथ एक आरामदायक अंतर से चुनाव का विजेता घोषित किया गया, जबकि विपक्षी नेता इस्सा तचिरोमा बकरी को 35.19% वोट मिले. उनका यह नया कार्यकाल उन्हें लगभग 100 वर्ष की आयु तक सत्ता में बनाए रख सकता है.
कुर्सी जकड़े रहने की सनक
1982 में पहली बार पद संभालने के बाद से उन्होंने कुर्सी छोड़ी ही नहीं है. उन्होंने 2008 में राष्ट्रपति पद की सीमाएं खत्म कर दी थीं और ऐलान कर दिया था कि वो जितनी बार चाहें राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकते हैं. पॉल बिया को मरते दम तक राष्ट्रपति पद पर बने रहने की सनक है. बता दें कि 1960 में फ्रांस से आजादी के बाद कैमरून को सिर्फ दो ही राष्ट्रपति मिल पाए हैं, जिनमें से सबसे लंबा कार्यकाल बिया का ही है.
First Published :
November 07, 2025, 04:42 IST
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43 सालों से इस देश पर कब्जा करके बैठे हैं दुनिया के सबसे बूढ़े राष्ट्रपति



