चॉकलेट भी फेल! करौली के बाजारों में छाया बाड़ी का देसी गुड़, ठंड में मची खरीद की होड़

Last Updated:December 20, 2025, 20:45 IST
Karauli News Hindi : सर्दी की दस्तक के साथ ही करौली के बाजारों में मिठास की महक फैल गई है. ठेलों से लेकर दुकानों तक बाड़ी का मशहूर देसी गुड़ लोगों की पहली पसंद बन गया है. चॉकलेट की तरह मुंह में घुलने वाला यह गुड़ स्वाद, ताजगी और किफायती दाम के कारण सर्दियों की खास पहचान बन चुका है.
सर्दी का मौसम शुरू होते ही करौली शहर के बाजारों में मिठास की खुशबू फैल गई है. ठंड बढ़ते ही यहां के ठेलों और बाजारों में एक खास तरह का देसी गुड़ लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है.

अपने अनोखे आकार, सुनहरे रंग, ताजगी और खास मिठास के कारण यह गुड़ लोगों को ऐसा लुभा रहा है. यह देसी गुड़ मुंह में रखते ही चॉकलेट की तरह घुल जाता है. यही वजह है कि ठेलों पर बिकने के बावजूद लोग इसे सर्दियों के लिए थोक में खरीदकर घर ले जा रहे हैं.

व्यापारी इसे बाड़ी का मशहूर देसी गुड़ बताकर बेच रहे हैं. इसकी खासियत यह है कि यह न तो ज्यादा सख्त है और न ही चिपचिपा, बल्कि जुबान पर रखते ही धीरे-धीरे घुल जाता है और अपनी प्राकृतिक मिठास का एहसास कराता है. यही वजह है कि एक बार स्वाद लेने के बाद लोग बार-बार इसे खरीदने आ रहे हैं.
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इस गुड़ का स्वाद इतना लाजवाब है कि लोग 10 किलो से लेकर 20 किलो तक एक साथ खरीदकर ले जाते हैं. यह गुड़ खास तौर पर कटोरे या भेले के आकार में होता है. एक भेले का वजन करीब 1 किलो से 2 किलो तक होता है, जिसे लोग आसानी से काटकर रोजमर्रा के इस्तेमाल में लेते हैं

फिलहाल यह मशहूर देसी गुड़ करौली के बाजारों में करीब 60 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. किफायती दाम, ताजगी और बेहतरीन स्वाद के कारण यह गुड़ सर्दी के मौसम में आम लोगों से लेकर खास ग्राहकों तक सभी की पसंद बन गया है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि चाय के साथ, बाजरे की रोटी या सर्दियों की मिठाइयों में इस्तेमाल करने पर इसका स्वाद और भी निखर जाता है. यही कारण है कि करौली के बाजारों में इन दिनों यह देसी गुड़ सिर्फ एक खाद्य पदार्थ नहीं, बल्कि सर्दियों की खास पहचान बन चुका है जो मुंह में रखते ही चॉकलेट की तरह घुल जाता है.
First Published :
December 20, 2025, 20:45 IST
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बाड़ी का मशहूर देसी गुड़: ताजगी, मिठास और स्वाद ने जीता करौलीवासियों का दिल



