Budget 2022 Work From Home standard deduction limit hike | Budget 2022: Work From Home वालों को मिल सकता है 50,000 रुपए तक का तोहफा!

Budget 2022 इस वर्ष के यूनियन बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सबसे ज्यादा उम्मीद नौकरीपेशा टैक्सपेयर्स को को है। ऐसे में जानकारों को उम्मीद है कि कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम कर रहे नौकरीपेशा करदाताओं के लिए इस बार वित्त मंत्री बड़ी सौगात ला सकती है।
नई दिल्ली
Published: January 14, 2022 06:49:57 pm
कोरोना महामारी का असर बिजनेस से लेकर नौकरीपेशे तक सभी पर पड़ा है। वर्ष 2020 से लेकर अब तक कई क्षेत्रों में वेतनभोगियों की तनख्वाह में काफी कटौती हो रही है। कोविड के चलते कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया। इसके चलते इंटरनेट, टेलीफोन, फर्नीचर और बिजली का बिल पहले से ज्यादा बढ़ गया है।ऐसे में वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों के लिए सरकार इस बार यूनियन बजट में बड़ा तोहफा दे सकती है। नौकरीपेशा को सरकार से वर्क फ्रॉम होम अलाउंस की सौगात मिल सकती है

यह भी पढ़ेँः 31 जनवरी से होगा संसद के बजट सत्र का आगाज, दो चरणों में 8 अप्रैल तक चलेगा
दरअसल Work from home की वजह से कर्मचारियों को खर्चों में बढ़ोतरी हो गई है। फर्नीचर से लेकर इंटरनेट बिल, बिजला का बिल आदि ऐसे खर्चे हैं जो कर्मचारियों को ही वहन करना पड़ रहे हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि वर्क फ्रॉम होम वाले कर्मचारियों को सरकार की ओर से अलाउंस दिया जाए। आगामी बजट में नौकरीपेशा को सरकार से वर्क फ्रॉम होम अलाउंस की सौगात मिल सकती है।
टैक्स सर्विसेज और फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनी Deloitte India ने भी वित्त मंत्री से मांग की है कि कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम अलाउंस दिया जाए। सरकार सीधे अलाउंस नहीं दे सकती तो टैक्स में छूट का प्रावधान करे।
इसके लिए ब्रिटेन में वर्क फ्रॉम होम के कल्चर का भी जिक्र किया गया। दरअसल ब्रिटेन में कर्मचारियों को टैक्स रिलीफ देने के लिए सरकार ने खास नियम बनाए हैं। ऐसे में इसी तर्ज पर भारत में टैक्स में छूट देकर राहत दी जा सकती है। कंपनी की सलाह है कि जो कर्मचारी अपने घरों से काम कर रहे हैं उन्हें 50 हजार रुपए तक का वर्क फ्रॉम होम डिडक्शन दिया जाए।
वहीं इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने भी मांग रखी है कि सरकार को बजट में वर्क फ्रॉम वर्कर्स को टैक्स रिलीफ देना चाहिए।
स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट भी बढ़े
इसके साथ ही आईसीएआई ने स्टैंडर्ड डिडक्शन में भी छूट बढ़ाए जाने की मांग की है। आईसीएआई ने कहा है कि सरकार आगामी बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट को 50 हजार रुपए तक बढ़ाए। इसे बढ़ाकर अब 1 लाख रुपए तक कर देना चाहिए।
अगली खबर