राजस्थान में ऑक्सीजन का संकट, सरकार की चिंता बढ़ी, सीएम गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की बात


नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि प्रदेश के बड़े शहरों में नगरीय विकास विभाग और यूआईटी के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.
Oxygen crisis in Rajasthan: कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में छाये मेडिकल ऑक्सीजन के संकट को लेकर गहलोत सरकार की भी चिंता बढ़ी हुई है. राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं.

उपकरणों की जल्द से जल्द खरीद की जाए मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने में ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर उपयोगी साबित हो सकते हैं. इनकी जल्द से जल्द खरीद की जाए और आयात करने के लिए विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों का भी सहयोग लिया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिपिंग तथा अन्य कारणों से इनके पहुंचने में विलम्ब नहीं हो. ऑक्सीजन प्लांट की संभावनाएं तलाशी जा रही है
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि प्रदेश के बड़े शहरों में नगरीय विकास विभाग और यूआईटी के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. कुछ जगह तो इसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. आने वाले दिनों में संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर प्लांट स्थापित करने के लिए कार्यादेश जारी किए जाएंगे. ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने के लिए संकेत मुख़्य सचिव निरंजन आर्य ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव तथा स्वास्थ्य सचिव ने केन्द्र सरकार की ओर से राजस्थान के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के संकेत दिए गये हैं. बढ़े हुए कोटे की आपूर्ति जामनगर से करने की मांग की गई है. कुछ जिला कलेक्टर्स से ऑक्सीजन प्लांट के लिए जमीन चिन्हित करने कहा गया है.