Rajasthan

Martyrdom Day of Imam Ali in Jaipur in 2022 | हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनाया

देर रात तक विभिन्न मस्जिदों में मजलिस का आयोजन किया गया। वहीं 21वें रमजान को नमाज ए मगरिब के बाद शिया जामा मस्जिद में मजलिस में ईरान से आए रसूल दोस्त मोहम्मदी समेत अन्य आलिमों ने तिलावते कुरआन करते हुए खिताब किया। इस दौरान जहीन तकवी, शान तकवी और शाहिद अली समेत अन्य मौजूद रहे।

जयपुर

Published: April 23, 2022 11:25:08 pm

जयपुर. आमेर रोड कच्चा बंधा स्थित शिया जामा मस्जिद में हजरत मौला अली अलैहिस्सलाम की यौमे शहादत के तहत तीन दिनों तक विशेष आयोजन किए गए। इस दौरान मजलिसें हुई, जिनमें मौलाना नाजिश अकबर काजमी ने खिताब किया और इमाम हजरत अली के जीवन पर रोशनी डालते हुए उनके कारनामों और शहादत के बारे में बताया। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजबंधुओं ने शिरकत की।

हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनाया

हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनाया

हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनायासैयद जाफर अब्बास नकवी ने बताया कि हजरत अली के यौमे शहादत के मौके पर शिया समुदाय तीन दिनों तक काले कपड़े पहन कर मौला की शहादत का शोक मनाता है और अकीदत के साथ उन्हें याद करता है। नकवी ने बताया कि शुक्रवार देर रात तक विभिन्न मस्जिदों में मजलिस का आयोजन किया गया। वहीं 21वें रमजान को नमाज ए मगरिब के बाद शिया जामा मस्जिद में मजलिस में ईरान से आए रसूल दोस्त मोहम्मदी समेत अन्य आलिमों ने तिलावते कुरआन करते हुए खिताब किया। इस दौरान जहीन तकवी, शान तकवी और शाहिद अली समेत अन्य मौजूद रहे।
हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनायायहां भी हुआ आयोजन
वहीं दूसरी ओर शिया इमामबारगाह हकीम मोमिन अली पन्नीगरान में भी मजलिस का आयोजन किया गया। फरहान रिजवी ने बताया कि यहां मौलाना मौलाना सादिक हुसैनी ने बयान किए। रिजवी ने बताया कि यौमे शहादत के तहत जयपुर के सभी अंजुमनों ने मातम किया। साथ ही राजस्थान समेत देश के लिए अमन और चैन की दुआ भी मांगी गई।
इधर, नियाज व नजर पेश की गई
हजरत अली का यौमे शहादत अकीदत, मातम और मजलिस के साथ मनायाइधर, नियाज व नजर पेश की गई वहीं दूसरी ओर सूफी खानकाह एसोसिएशन प्रदेश उपाध्यक्ष वाहिद यजदानी ने बताया कि हजरत अली के शहादत के मौके पर नियाज व नजर पेश की गई। इस दौरान हजरत अली की बहादुरी, दीनदारी और कारनामों पर बयान किए गए। अकीदतमंदों ने गरीबों और जरूरतमंदों को लंगर खिलाया और शरबत पिलाया।
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