अलवर बना राजनीति का अखाड़ा: कांग्रेस नेता भंवर जितेन्द्र सिंह ने ली मंदिर बनवाने की प्रतिज्ञा
हाइलाइट्स
बीजेपी नेताओं ने पीसी करके दिखाए सबूत
कांग्रेस नेताओं ने किया विधायक का बचाव
अलवर. राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में मंदिर तोड़ने के मामले (Alwar temple case) को लेकर प्रदेश में सियासत गरमायी हुई है. शनिवार को दिनभर के सियासी ड्रामे के बाद बीजेपी के दबाव में पहले प्रशासन ने कहा कि वह मंदिरों का निर्माण कराएंगे. लेकिन ये मंदिर उस जगह पर नहीं बल्कि दूसरी जगह पर बनेंगे. वहीं कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मौके पर जाकर स्थिति ही उलट दी. वरिष्ठ कांग्रेस नेता भंवर जितेंद्र सिंह (Congress leader Bhanwar Jitendra Singh) ने कहा कि मंदिर उसी जगह बनाए जाएंगे जहां पर थे. वे उनका निर्माण कराएंगे और सारा खर्चा खुद वहन करेंगे. इसके लिये भंवर जितेंद्र सिंह ने बाकायदा प्रतिज्ञा भी ली. उनके इस बयान के बाद राजनीति और गरमा गई. बीजेपी नेता और अलवर सांसद बालकनाथ ने तो यह भी कहा कि भंवर जितेंद्र राजा हैं. जितने भी लोगों के आशियाने टूटे हैं उनकी भी उन्हें उसकी भरपाई करनी चाहिए.
राजस्थान की राजनीति का अखाड़ा बने राजगढ़ में शनिवार को जमकर सियासत चलती रही. मामले की जांच के लिये पहुंची बीजेपी की टीम ने वहां से हटाए गए लोगों से बात की और उनके टूटे हुए आशियाने देखे. सीकर सांसद सुमेधानंद ने इसे बर्बरता करार दिया. उन्होंने मंदिरों के हटाने को कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति बताया. हालांकि बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को भी लोगों का विरोध झेलना पड़ा. लेकिन मौके पर मौजूद स्थानीय नेताओं ने स्थिति संभाल ली. उसके बाद प्रशासन के साथ बीजेपी की जांच टीम ने वार्ता की. इस पर एडीएम सुनीता पंकज ने कहा कि सरकार मंदिरों का पुनर्निर्माण कराएगी. लेकिन वे मंदिर निर्विवाद जगहों पर बनेंगे. जनता जहां भी ऐसी जगह चिन्हित करके बताएंगी वहां मंदिरों का निर्माण करा दिया जाएगा.
बीजेपी ने की न्यायिक जांच की मांग
बीजेपी की जांच टीम ने सरकार से उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जिनकी अगुवाई में मंदिर तोड़े गए और लोगों के आशियानों पर बुलडोजर चलाया गया. बीजेपी के डेलिगेशन में पूरे मामले की न्यायिक जांच की भी मांग की. इसके साथ ही लोगों के पुनर्वास की भी मांग की गई. बीजेपी नगरपालिका ईओ और एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने पर भी अड़ी रही.
बीजेपी बोली नगरपालिका बोर्ड को अंधेरे में रखा गया
बाद में बीजेपी के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बाकायदा सबूत दिखाएं और कांग्रेस नेताओं की उन बातों का खंडन किया जिसमें वे दावा कर रहे थे कि नगरपालिका बोर्ड ने तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया है. बीजेपी नेताओं ने कहा कि नगरपालिका बोर्ड को अंधेरे में रखा गया और उन्हें यह नहीं बताया गया कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर तोड़ दिये जाएंगे. बीजेपी ने अपने नगरपालिका चेयरमैन सतीश आर्य का बचाव किया.
भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए
बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होते ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भंवर जितेंद्र सिंह और टीकाराम जूली के नेतृत्व में राजगढ़ पहुंच गया. इस प्रतिनिधिमंडल को लोगों का विरोध झेलना पड़ा. उनके खिलाफ नारेबाजी भी हुई. लेकिन कांग्रेस नेताओं ने धैर्य नहीं खोया और आम जनता से रू-ब-रू होकर ही दम लिया. भंवर जितेंद्र सिंह ने टूटे हुए मंदिरों को देखा और इसके लिए नगरपालिका बोर्ड और अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया. बातचीत में भंवर जितेंद्र ने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. नगरपालिका के चेयरमैन पर भी गाज गिरनी चाहिए. कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा को बेकसूर करार दिया.
(इनपुट- राजेन्द्र प्रसाद शर्मा)
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