Demand For Induction Of Veterinary Personnel Into Front Line Workers – पशु चिकित्सा कार्मिकों को फ्रंट लाइन वर्कर में शामिल करने की मांग

राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने लगाई मंत्री और विधायकों से गुहार
आपातकालीन सेवाओं में शामिल होने के कारण खुली हैं पशु चिकित्सा संस्थाएं
14 कार्मिकों की हो चुकी है कोविड से मौत
प्रदेशाध्यक्ष अजय सैनी ने सरकार से की कोरोना वॉरियर्स में शामिल करने की मांग
मृतक कार्मिकों के परिजनों को 50 लाख अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग

जयपुर, 9 मई
पशु चिकित्सा कार्मिकों (Veterinary personnel) को फ्रंटलाइन वर्कर्स (Frontline workers) में शामिल किए जाने की मांग को लेकर एक बार फिर राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने गुहार लगाई है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय सैनी (Ajay saini) ने इस संबंध में प्रदेश के सभी मंत्रियों और विधायकों को पत्र लिखकर मांग की है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) को पत्र लिखकर पशुपालन विभाग के कार्मिकों को फ्रंट लाइन वॉरियर्स में शामिल करने, कोविड संक्रमण से दिवंगत हुए कार्मिकों को परिजनों को 50 लाख रुपए अनुग्रह राशि और अन्य परिलाभ दिए जाने के लिए पत्र लिखें। सैनी ने कहा कि गृह विभाग ने पिछले दिनों पशुपालन विभाग को आवश्यक सेवाओं में शामिल करते हुए पशु चिकित्सा संस्थानों को खोलने के निर्देश दिए थे। सरकार ने आपातकालीन सेवा में शामिल करने के बाद भी अभी तक पशुपालन विभाग के कार्मिकों को कोविड वारियर के परिलाभ देने की घोषणा नहीं की है। पिछले कुछ ही दिनों में 14 कार्मिकों की कोविड से मौत हो चुकी है और सैकड़ों गंभीर स्थिति में हैं। सभी अधिकारी और कर्मचारी डर और तनाव के माहौल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में अब कार्मिकों को चिकित्सा कर्मियों और पुलिसकर्मियों के समान कोविड वॉरियर में शामिल किया जाना चाहिए।