Mysterious kidney disease is spreading in goa need research in ayurveda for treatment says goa university vc menon

हाइलाइट्स
उत्तरी गोवा के ज्यादातर हिस्से में जनजातियां रहती हैं.
गोवा में रहस्यमयी किडनी रोग से डॉक्टर भी हैरान हैं.
नई दिल्ली. राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के गोवा स्थित उपकेंद्र में पहली बार बीएएमएस यानि बैचलर इन आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी बैच शुरू किया गया है. 100 छात्रों के साथ शुरू हुए इस बैच के इंडक्शन प्रोग्राम में गोवा यूनिवर्सिटी के उपकुलपति हरिलाल बी मेनन ने गोवा में फैल रही विशेष बीमारी का ध्यान दिलाया. उन्होंने कहा कि उत्तरी गोवा में खासतौर पर एक रहस्यमयी किडनी रोग फैल रहा है. ऐसे में आयुर्वेद के छात्रों को गोवा से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं पर शोध करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत में रिसर्च की जरूरत है ताकि आने वाले समय में साक्ष्य के लिए लोगों को पश्चिमी देशों की तरफ न देखना पड़े. गोवा के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में छात्रों को गोवा से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं और बीमारियों की तरफ ध्यान देना चाहिए और उन बीमारियों पर शोध करना चाहिए. उत्तरी गोवा में फैले एक रहस्यमयी किडनी रोग का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कई बीमारिया उत्तरी गोवा में पायी जाती हैं और उन पर गहन शोध के बाद ही इनका इलाज संभव हो पाएगा.
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जल्द शुरू होगा आयुष वीजा
वहीं उत्तरी गोवा के पेरनेम तालुका के धारगल क्षेत्र में फैले 50 एकड़ के इस विस्तृत आयुर्वेद कैंपस को लेकर श्रीपद येस्सो नाइक ने भी कहा कि गोवा राज्य के किसानों ने दिल खोल कर अपनी जमीनें अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के लिए दी हैं ताकि राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सकें. जल्द ही यहां आयुष वीजा जैसी सुविधा शुरू होने जा रही है जो आने वाले समय में मेडिकल वैल्यू टूरिज्म को बढ़ावा देने का काम करेगी.
दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने ठीक किए 15 लाख मरीज
केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सलाहकार मनोज नेसरी और एआईआईए की निदेशक तनुजा नेसरी ने कहा कि आयुर्वेद अपने समय की सबसे विकसित चिकित्सा पद्वतियों में से एक है. आयुर्वेद में बायो टेक्नोलॉजी जैसी शाखाओं का वर्णन हजारों सालो पहले लिखे लेखों में पाया जाता हैं. उन्होंने आगे कहा कि आज आयुर्वेद नाम के वटवृक्ष की शाखाएं कई देशों तक फैली हुई हैं और चालीस से ज्यादा देश जैसे जर्मनी, जापान, नीदरलैंड आदि आयुर्वेदिक पद्वति का लाभ उठा रहे हैं. एआईआईए ने पांच सालों में 15 लाख से ज्यादा लोगों को सेहत का लाभ पहुंचाया है.
गोवा उपकेंद्र बनेगा ग्रीन जोन
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के उपकेंद्र की डीन प्रोफेसर (डॉ) सुजाता कदम ने कहा कि यह उपकेंद्र केंद्र एक ग्रीन कैंपस के रूप में उभरेगा और किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का यहां पर उपयोग नहीं किया जाएगा. यहां इलाक के लिए आधुनिक तकनीक और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों का भी इस्तेमाल होगा.
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Tags: Goa, Kidney, Kidney disease
FIRST PUBLISHED : February 23, 2023, 15:11 IST