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एक बागबान ये भी! बेटियों ने हड़प ली बाप की जमीन और घर…दर-दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ दिया

Last Updated:March 28, 2025, 14:32 IST

Baghban Movie like Scene in Rajasthan : चूरू के 90 वर्षीय घिसाराम जाट को उनकी बेटियों ने प्रॉपर्टी के लालच में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया. 52 बीघा जमीन और मकान छीनकर उन्हें बेसहारा छोड़ दिया.X
कलक्टर
कलक्टर दफ़्तर की सीढ़ियों मे बैठे घिसाराम 

हाइलाइट्स

घिसाराम जाट की बेटियों ने उनकी संपत्ति हड़प ली90 वर्षीय घिसाराम को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कियाघिसाराम की 85 वर्षीय पत्नी से मिलने नहीं दिया जा रहा

चूरू : कहते हैं औलाद बुढ़ापे का सहारा होती है और जब जीवन अपने अंतिम पड़ाव पर होता है तो वही औलाद बुढ़ापे की लाठी बनती है. लेकिन आधुनिकता और तेजी से बदलते युग में हम क्या कुछ गवां बैठे, शायद हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं है. राजस्थान के चूरू में 90 वर्षीय बुजुर्ग पर उम्र के आखिरी पड़ाव पर ऐसा दुखों का पहाड़ टूटा कि वह आज दाने-दाने को मोहताज हैं.

बागबान फिल्म से मिलती-जुलती यह असल कहानी है चूरू जिले की तारानगर तहसील के पुनरास गांव निवासी 90 वर्षीय घिसाराम जाट की, जिनके पास आज ना रहने के लिए घर है और ना खाने के लिए अन्न. 85 वर्षीय पत्नी के होते हुए भी उन्हें उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है.

घिसाराम बताते हैं कि उनकी 6 बेटियां और 52 बीघा कृषि भूमि और मकान था, लेकिन मां-बाप के प्रेम और परवरिश पर प्रॉपर्टी का लालच इतना भारी पड़ा कि उनकी बड़ी और सबसे छोटी बेटी ने सारा कुछ अपने नाम करवा कर आज उन्हें दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया.

कलक्टर दफ्तर की सीढ़ियों में बैठे 90 वर्षीय घिसाराम बताते हैं कि उनकी 6 बेटियां हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी गुड्डी देवी का उनके पास काफी आना-जाना था, जिसने मेरी वृद्ध अवस्था का नाजायज फायदा उठाते हुए मुझे भावुकता में लाकर अन्य वारिसों को छुपाते हुए मेरी कुल कृषि भूमि 52 बीघा में से आधी कृषि भूमि अपने नाम करवा ली और उसके बाद मेरे पास आना-जाना बंद कर दिया. उसके बाद मेरी सबसे छोटी बेटी चंदा देवी मेरे पास आना-जाना करने लगी और मुझे वृद्धावस्था में सहारा बनने का वचन दिया और मेरी सेवा करने का वचन दिया.

बेटी की जगह मेरा बेटा बनकर मेरी सभी बेटियों को मानने और उनका मायरा भरने और अन्य सामाजिक दायित्व को निभाने का वचन देकर मेरी शेष बची कृषि भूमि अपने नाम करवा ली और मेरा रहने वाला मकान का पट्टा भी कुटरचित तरीके से बनवा लिया. कलक्टर दफ्तर फरियाद लेकर पहुंचे 90 वर्षीय घिसाराम ने अपनी सबसे छोटी बेटी पर अपनी 85 वर्षीय पत्नी, जो मानसिक रूप से बीमार है, उसे बंदी बनाकर रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें अपनी पत्नी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है.

Location :

Churu,Rajasthan

First Published :

March 28, 2025, 14:32 IST

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बेटियों ने हड़प ली बाप की जमीन और घर…दर-दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ दिया

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