Rajasthan

एक चमत्कारी दीवार…जिसपर मन्नत लिखने से हो जाती है पूरी, डॉक्टर-इंजीनियर बनने के लिए बच्चे करते हैं पूजा  

कोटा: कोटा में कोचिंग सेंटर की लंबी कतार लगी है. कंधों पर बस्ते, मोटी-मोटी किताबें और आंखों में सपने लेकर बच्चे यहां पहुंचते हैं. कोई कोचिंग सेंटर ब्रांड बन गया है तो कोई टीचर ही स्टूडेंट्स का फेवरेट है. यहां का एक अनोखे मंदिर में तो कोचिंग सेंटर से भी ज्यादा भीड़ दिखती है. यह मंदिर तलवंडी में है,जिसका नाम है राधा कृष्ण मंदिर. इस मंदिर से कई कहानियां जुड़ी हैं. स्टूडेंट्स अच्छा रिजल्ट पाने के लिए इस मंदिर में मनोकामना मांगते हैं.

कोटा के स्टूडेंट्स का फेवरेट मंदिर कोटा में दिन-रात एक करने वाले स्टूडेंट्स पढ़ाई से समय निकालकर राधा कृष्ण मंदिर जाते हैं. इस मंदिर में इंजीनियर और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चे मनोकामना मांगते हैं. अपने सपनों, गोल और स्कोर को भगवान को बताते हैं. बच्चों की आस्था ने इस मंदिर में ‘विश्वास की दिवार’ बना दी है.

मंदिर में बनी है अनोखी दीवार  ‘भगवान मेरा एंट्रेंस क्लियर हो जाए’…’मुझे सक्सेस होने में मदद करो’…24 सालों से मंदिर की दीवार पर बच्चे अपनी मनोकामना लिखते आ रहे हैं. बहुत से बच्चे इस मंदिर में मनोकामना मांग सफल भी हो चुके हैं. देखते ही देखते दीवार में बहुत से बच्चे अपनी विश लिखने लगे. साल में 2 बार दीवार पर पेंट होता है.

मन्नत होती है पूरीऐसा नहीं है की बस बच्चे एक दूसरे को देख कर यहां मन्नत लिख कर चले जाते हैं. बहुत सारे बच्चों का कहना है कि उन्हें इस मंदिर की दीवार पर मन्नत लिखने के बाद ही सफलता मिली है. बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता भी यहां आकर मनोकामना मांगते हैं.

क्या है पुजारी का कहनापुजारी किशन बिहारी ने पीटीआई से बात करते हुए बताया था कि काफी पहले कुछ विद्यार्थी यहां पूजा करने आए थे. उन्होंने आईआईटी या मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं पास हो जाए, ऐसी विश दीवारों पर लिखी थी. कुछ महीने बाद दो विद्यार्थियों के माता-पिता मंदिर पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि मंदिर में पूजा करने के बाद उनके बच्चों की विश पूरी हुई है.

कैसे पहुंचे तलवंडी पहुँचने के लिए आप हनुमानगढ़ से NH62 मार्ग का उपयोग कर सकते हैं. हनुमानगढ़ से तलवंडी 30 मिनट की दूरी पर बना है. कोटा तक आप बस या कार से भी जा सकते हैं. कोटा का अपना रेलवे स्टेशन भी है. गर्मी के समय यहां को तापमान 40 सेल्सियस से ज्यादा होता है. जुलाई से मार्च के बीच इस मंदिर को देखने पहुंचे.

कितनी ही कहानियां हैं हमारे आसपास. हमारे गांव में-हमारे शहर में. सामाजिक कहानी, लोकल परंपराएं और मंदिरों की कहानी, किसानों की कहानी, अच्छा काम करने वालों कहानी, किसी को रोजगार देने वालों की कहानी. इन कहानियों को सामने लाना, यही है लोकल-18. इसलिए आप भी हमसे जुड़ें. हमें बताएं अपने आसपास की कहानी. हमें व्हाट्सएप करें हमारे नंबर- 08700866366 पर.

Tags: Kota news, Local18, Premium Content, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 08:01 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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