बिल्डिंग की छत पर तैयार किया अनोखा गार्डन, सुंदर फूल और चारों तरफ हरियाली, जानें तरीका-A unique garden has been prepared on the roof of the building, beautiful flowers and greenery all around, people come from all over the country and abroad
सिरोही: घर के आसपास हरियाली हर किसी को पसंद है, लेकिन जगह की कमी के कारण लोग अपने घर पर गार्डन नहीं बना पाते हैं. अधिकांश बड़े शहरों में कम जगह वाले घरों में ये समस्या होती है. आज हम आपको ऐसे गार्डन के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जगह की कमी नहीं खलेगी. जी हां, ये गार्डन आप अपने घर की छत पर भी तैयार कर सकते हैं. सिरोही जिले में एक ऐसी बिल्डिंग है जिसकी छत पर पूरा गार्डन बना हुआ है. यहां तरह-तरह के फूल और पेड़ लगे हुए हैं.
यहां आकर किसी को नहीं लगेगा कि आप किसी बिल्डिंग की छत पर खड़े हैं. यहां आने वाले ऐसा महसूस करते हैं कि हम किसी गार्डन में घूम रहे हैं. जिले के किवरली गांव स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के मानसरोवर परिसर में गुलशन भवन की छत पर सुंदर टैरेस गार्डन विकसित किया गया है. इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं और टैरेस गार्डन तैयार करने के गुर सीखते हैं. गार्डन में सुंदर कलाकृतियां और झरना भी लगा है. बैठने के लिए जगह-जगह बैंच भी लगाई गई हैं.
छत पर बिछाई गई बजरी और मिट्टी की लेयर इस टैरेस गार्डन की देखरेख कर रहे बीके अजयभाई ने बताया कि इसें मॉडल टैरेस गार्डन के रूप में करीब 4 वर्ष पूर्व तैयार किया गया था. तब से इसकी नियमित देखभाल करते हैं. सबसे पहले छत पर वॉटरप्रूफ पेंटिंग किया गया है, ताकि इसका नीचे रिसाव ना हो.
इसके बाद करीब 2 फीट का मिट्टी और बजरी का लेयर बनाया गया है. इसमें आप बड़े पौधे नहीं लगा सकते हैं. गुलाब, मोगरा, चमेली, मेहंदी समेत कई प्रकार फूल और हरे पेड़ लगाए गए हैं. गर्मी ज्यादा होने से फूल कम लगते हैं, लेकिन हरे पेड़ काफी अच्छे होते हैं. पानी रोज नहीं पिलाया जाता है. मेहंदी के पौधे को रोज पानी पिलाने से वो जल जाता है. जब जरूरत होती है तभी पानी पिलाना चाहिए.
केवल जैविक खाद का होता है उपयोगबीके अजयभाई ने बताया कि टैरेस गार्डन में आने वाले लोग इसे काफी पसंद करते हैं और यहां से टैरेस गार्डन बनाने की तकनीक सीखते हैं. यहां करीब 8 कर्मचारी देखरेख करते हैं. इनमें से 4-5 नियमित कर्मचारी है. इस गार्डन को तैयार करने में किसी प्रकार की रासायनिक खाद का उपयोग नहीं किया गया है, यहां केवल गोबर खाद ही उपयोग होती है. यहां लगे गमले में भी मिट्टी के बाद बजरी की लेयर डाली जाती है. सीधे मिट्टी डालने से गमले के नीचे का छेद बंद हो जाता है. पानी फिल्टर होने के लिए बजरी डालते हैं.
टैरेस गार्डन में सब्जियां भी उगा सकते हैं इस गार्डन को तैयार करते समय यहां सब्जियां लगाने के लिए ही प्लान बनाया गया था. बाद में संस्थान द्वारा अलग से कई स्थानों पर खेत में सब्जियां उगाये जाने से यहां फूलों और हरे पौधों को लगाया गया. टैरेस गार्डन में छोटे पौधे वाली और कम गहरी जड़ों वाली सब्जियां उगाई जा सकती है.
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FIRST PUBLISHED : July 27, 2024, 18:31 IST