Rajasthan

Agriculture Tips: किशनगढ़बास में पाला पड़ने से फसल का हुआ नुकसान, एक्सपर्ट्स ने दी इससे बचने की टिप्स!

अलवर:-  किशनगढ़बास में रात को पाला पड़ने से फसलों को नुकसान हुआ है. दरअसल अलवर के खैरथल तिजारा जिले के किशनगढ़बास में रात को पाला पड़ा, जिससे सब्जियों में अधिक नुकसान हुआ है.  सुबह लोग जब जागकर घरों से बाहर निकले तो उन्होंने छप्परों व पगडंडियों और फसलों पर बर्फ की चादर जमी देखी. जिसे देखकर किसान चिंता में पड़ गए.

आसमान से गिरी बर्फ पाले के रूप में जमीपाले का असर टमाटर, बैंगन व अन्य सब्जियों की खेती पर पड़ा है. करीब 30 से 40 प्रतिशत नुकसान बताया जा रहा व अन्य फसलों पर भी नुकसान होने की आशंका है. रात में हवा नहीं चलने के कारण आसमान से गिरी बर्फ पाले के रूप में फसलों पर जमी हुई देखी गई. गांव गंज निवासी किसान मुकेश सैनी ने बताया, कि उनके टमाटर में बैंगन की फसल में 40 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है, किसान हरि सिंह सैनी ने बताया कि टमाटर की फसल में 20 से 25 प्रतिशत नुकसान हुआ है.

सब्जियों का हुआ अधिक नुकसानकिशनगढ़ बास सहायक निदेशक कृषि डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया, कि वर्तमान में ठंडी हवा के साथ पाला पड़ने से सब्जियों का नुकसान हुआ है, अन्य फसलों में भी नुकसान की आशंका बढ़ी है. क्षेत्र में पिछले 5-7 दिनों से सर्दी जारी है. दिन का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहता है, तो वही रात का तापमान 6 डिग्री पर आ जाता है. आगामी दिनों में तापमान और नीचे जाने का अनुमान है. सुबह के समय क्षेत्र में कोहरा भी देखने को मिल रहा है. वहीं खेतों में फसल पर बर्फ की परत दिखाई पड़ रही है. विभाग द्वारा किसानों को, पाले के दौरान बरती जाने वाली सावधानी को लेकर, जागरूक किया जा रहा है.

तो पाले पड़ने की आशंका रहती है ज्यादाखैरथल तिजारा जिले के कृषि सहायक निदेशक ने बताया, कि दिन में विशेष सर्दी हो, या सर्द हवा चले, और दोपहर बाद में हवा रुक जाए, रात में आकाश साफ हो जाए, तथा वायु में आद्रता कम हो, और वायुमंडल का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम, या जीरो डिग्री तक पहुंच जाए, तो पाले पड़ने की आशंका ज्यादा रहती है .

फसलों को बचाने के लिए उपायफसलों, पौधशालाओं के पौधों एवं सीमित क्षेत्र वाले बगीचे तथा सब्जी वाली फसलों में भूमि का तापमान कम नहीं होने देने के लिए फसलों को टाट, पॉलिथीन अथवा भूसे से ढक दें, हवा को रोकने वाली टांटिया हवा आने वाली दिशा की तरफ, यानी उत्तर पश्चिम की तरफ लगाएं. नर्सरी किचन गार्डन और कीमती फसलों वाले खेतों के उत्तर पश्चिम की ओर से टांटिया बांधकर, क्यारी के किनारे पर लगाएं, तथा 10 दिन में हटाएं. जब पाला पड़ने की संभावना हो तो खेतों में जल भराव नहीं करें, लेकिन दिन में हल्की सिंचाई करनी चाहिए. पाले पड़ने की संभावना के दिनों में फसलों पर घुलनशील गंधक 0.1 प्रतिशत घोल, या थायो यूरिया 0.5 प्रतिशत का छिड़काव करें.

Tags: Agriculture, Alwar News, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 14:21 IST

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