Along with the work of the Sarpanch this Sarpanch of Rajasthan runs kitchen

Last Updated:March 01, 2025, 20:21 IST
श्रीविजयनगर की ग्राम पंचायत एक एमएसडी (मघेवाली ढाणी) की महिला सरपंच डॉ. बिंदिया चौधरी की कहानी काफी अनोखी है. साल 2018 में श्रीगंगानगर जिले में उन्हें सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का राज्य स्तरीय पुरस्कार के साथ 3 …और पढ़ेंX
सरपंच डॉ. बिंदिया चौधरी
हाइलाइट्स
महिला सरपंच डॉ. बिंदिया चौधरी ने गांव में विकास की नई मिसाल पेश की.उन्हें सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का राज्य स्तरीय पुरस्कार और 3 लाख का चेक मिला.गांव में हाईटेक भवन, जिम, वॉलीबाल ग्राउंड और आरओ प्लांट की व्यवस्था की.
श्रीगंगानगर:- जिले की एक ऐसी महिला सरपंच जो विकास की नई इबारत लिख रही हैं. शिक्षित व जागरूक महिलाएं राजनीति में आने से गांवों की तकदीर अब धीरे-धीरे संवरने लगी है. इससे राजनीति का परिदृश्य बदल रहा है. चुनाव महिलाओं के नाम पर जीतकर उनके परिवार के सदस्य राजनीति करते हैं, लेकिन कई पढ़ी-लिखी व जागरूक महिलाओं ने सरपंच बनकर इस धारणा को गलत साबित किया है.
पुरस्कार के साथ 3 लाख का चेकपंचायत समिति श्रीविजयनगर की ग्राम पंचायत एक एमएसडी (मघेवाली ढाणी) की महिला सरपंच डॉ. बिंदिया चौधरी इसका एक उदहारण हैं. साल 2018 में श्रीगंगानगर जिले में उन्हें सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का राज्य स्तरीय पुरस्कार के साथ 3 लाख का चेक दिया गया. महिला शिक्षा, स्वच्छता और बेटियों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण की मुहिम चला रही हैं.
बिंदिया Local 18 को बताती हैं कि ग्राम पंचायत या पंचायत समिति की कोई भी बैठक हो, उसमें खुद जाती हैं. पंचायत समिति व जिला परिषद से आने वाले हर सर्कुलर खुद देखती हैं. अब तो सब कुछ ऑनलाइन है. गांव में विकास के लिए कोई पैसा खाते में जमा होता है या निकालने पर बैंक से उनके मोबाइल पर एसएमएस आता है. कितनी राशि खर्च हुई और कितनी राशि खाता में जमा है, इसकी खुद निगरानी वो रखती हैं.
स्नातकोत्तर शिक्षा के बाद पीएचडी और अब मुखियाडॉ. चौधरी लोकल 18 को बताती हैं कि 31 साल की उम्र में सरपंच बनी और अब फिर दूसरी बार सरपंच बनने का मौका मिला है. अब चूल्हा-चौका के साथ परिवार को संभालने के साथ सरपंची करती हूं. स्नातकोत्तर शिक्षा के बाद पीएचडी की और अब गांव में विकास, साफ-सफाई, स्वच्छ जल, पर्यावरण और महिलाओं के लिए कुछ अलग करने जज्बा है. 47 लाख रुपए की लागत से ग्राम पंचायत का हाईटेक भवन निर्माण करवाया है. इसमें तमाम तरह की सुविधाएं हैं. साथ ही इसमें जिम व वॉलीबाल ग्राउंड भी बनाया गया है. पंचायत घर में विद्यार्थियों व ग्रामीणों के लिए जिम की सुविधा है.
गांव में कर दिया जोरदार विकासपरिसर में वॉलीबाल ग्राउंड का निर्माण करवाकर रात्रि खेलों के लिए फ्लड लाइट लगवाई गई है. गांव की सभी गलियां अब सीसी रोड का रूप ले चुकी हैं. शुद्ध जल के लिए गांव में आरओ प्लांट व ठंडा पानी की व्यवस्था करवाई गई है. ग्राम में एक सामुदायिक भवन भी बना है, जिसमे गरीब तबका की बेटियों की शादी सहित अन्य दूसरे कार्यक्रम आयोजित होते हैं. इस भवन के लिए कोई किराया नहीं है, इससे गरीब सहित अन्य कई तबका के लिए बड़ी राहत है.
First Published :
March 01, 2025, 20:21 IST
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पंचायत की गद्दी के साथ चूल्हा-चौका भी संभालती हैं ये सरपंच, खड़ी कर दी मिसाल