Alwar News: पुजारी ने लगाया फंदा, पुलिसकर्मी कर रहा था ब्लैकमेल! जानें किस बात के लिए बना रखा था दबाव

अलवर. अलवर शहर के कोतवाली थाना इलाके में स्थित एक मंदिर के पुजारी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. पुजारी के परिजनों ने इसके लिए एक पुलिसकर्मी पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. पुजारी के सुसाइड केस के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया है. पुजारी के सुसाइड केस के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
पुलिस के अनुसार पुजारी के सुसाइड करने की यह घटना कोतवाली इलाके के सिद्धपुर मोहल्ला स्थित हनुमानजी की गली में हुई. वहां मंगलवार रात को पुजारी अखिलेश शर्मा (40) ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने इसके लिए एक पुलिसकर्मी को दोषी ठहराते हुए उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि पूर्व पुलिसकर्मी अखिलेश को ब्लैकमेल कर रहा था.
आरोपी पुलिसकर्मी सस्पेंड चल रहा हैमृतक के परिजन ओमप्रकाश वशिष्ठ ने बताया अखिलेश शर्मा शहर के राठ नगर में स्थित मंदिर में पुजारी काम करता था. वहां पर एक सस्पेंड पुलिसकर्मी धनीराम भी गार्ड की नौकरी करता है. करीब 1 महीने पहले मंदिर में आने वाले पूजा के दान को लेकर उन दोनों में कहासुनी हो गई. उसके बाद पूर्व पुलिसकर्मी ने अखिलेश के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट का केस दर्ज करा दिया. धनीराम खटीक को एसीबी ने पहले ट्रैप किया था. उसके बाद से वह पुलिस की नौकरी से संस्पेड चल रहा है.
एक लाख रुपये की डिमांड कर रहा थापरिजनों का आरोप है कि आरोपी अखिलेश पर केस वापस लेने के एवज में एक लाख रुपये की डिमांड कर रहा था. उसने इस बारे में अपने घर वालों को भी कुछ नहीं बताया. लेकिन वह ब्लैकमेलिंग से तंग आ गया और उसने डिप्रेशन में आकर फांसी लगाकर जान दे दी. बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले अलवर से सटे भरतपुर और धौलपुर में भी पुजारियों की संदिग्ध हालात में मौत हो जाने के कई केस सामने आ चुके हैं.
FIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 15:19 IST