इरिटेबल बाउल सिंड्रोम: इन 5 खाद्य पदार्थों से बचें.

Health, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) एक सामान्य लेकिन जटिल पाचन संबंधी विकार है, जो दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करता है. इसके लक्षणों में पेट में सूजन, दर्द, ऐंठन, गैस, दस्त या कब्ज शामिल हो सकते हैं. यह बीमारी जीवन के लिए खतरनाक नहीं होती, लेकिन इसकी वजह से जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ सकता है. इस स्थिति का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव और विशेष आहार के ज़रिए इसके लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
IBS से पीड़ित लोगों को विशेष रूप से अपने खानपान पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है. कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो लक्षणों को और बिगाड़ सकते हैं. यदि आपको बार-बार पेट में दर्द, सूजन या ऐंठन की शिकायत रहती है, तो नीचे दिए गए 5 फूड्स से दूरी बना लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
1. दुग्ध उत्पाद (Dairy Products)दूध, पनीर, दही आदि में मौजूद लैक्टोज IBS के लक्षणों को बढ़ा सकता है, खासकर उन लोगों में जो लैक्टोज असहिष्णु (lactose intolerant) होते हैं. इससे पेट फूलना, गैस बनना और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में बादाम दूध, नारियल दूध या लैक्टोज-फ्री उत्पादों का सेवन बेहतर विकल्प हो सकता है.
2. तली-भुनी चीज़ें (Fried Foods)तेल में तली गई चीज़ें पाचन तंत्र पर दबाव डालती हैं और IBS के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं. फ्रेंच फ्राइज़, समोसे, पूड़ी जैसी चीज़ों का ज़्यादा सेवन करने से पेट में जलन, गैस और सूजन की शिकायत हो सकती है. तले हुए भोजन की जगह उबली या भुनी चीज़ों को प्राथमिकता देना चाहिए.
3. कैफीन युक्त पेय (Caffeinated Beverages)कॉफी, चाय और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थ पाचन तंत्र को उत्तेजित करते हैं, जिससे डायरिया और ऐंठन बढ़ सकती है. IBS के मरीजों को ऐसे पेयों का सेवन सीमित करना चाहिए या डिकैफ (decaf) विकल्प चुनना चाहिए.
4. अल्कोहल (Alcohol)शराब पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करती है और आंतों की दीवार को नुकसान पहुंचा सकती है. यह आंतों की गति को तेज कर देती है, जिससे दस्त या पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, शराब शरीर में पानी की कमी भी कर सकती है, जिससे कब्ज की संभावना बढ़ जाती है.
5. गैस बनाने वाली सब्जियां (Gas-Producing Vegetables)गोभी, ब्रोकली, फूलगोभी, प्याज़ और लहसुन जैसी सब्जियां FODMAPs नामक कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती हैं, जो आंतों में गैस और सूजन पैदा कर सकती हैं. इन्हें सीमित मात्रा में या अच्छे से पका कर सेवन करना बेहतर रहता है.
निष्कर्षIBS एक दीर्घकालिक स्थिति है, लेकिन सही खानपान और जीवनशैली से इसके लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है. यदि आप बार-बार पेट में सूजन, दर्द या ऐंठन महसूस करते हैं, तो इन 5 खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर आप राहत पा सकते हैं. किसी भी डाइट में बड़ा बदलाव करने से पहले एक चिकित्सक या डाइटीशियन की सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है. सही जानकारी और सावधानी से IBS को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है, इसमें डरने जैसी कोई बात नहीं होती है. बस थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है.