Angiography and angioplasty facilities will be available in this big hospital of Bihar as well efforts have intensified

पटना. बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर है. अब आईजीआईएमएस और आईजीआईसी की तर्ज पर पटना के पीएमसीएच में भी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा शुरू कर दी गई है. एंजियोग्राफी के लिए करीब 06 हजार और एंजियोप्लास्टी के लिए 60 हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं. मरीज को इसमें लगने वाले सामान के लिए खर्च करने पड़ते हैं. दवा, सर्जिकल प्रक्रिया, भोजन और ठहरने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है. इसे आयुष्मान योजना में भी शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
कम होगा अस्पतालों पर लोड
पीएमसीएच में यह सुविधा बहाल होने से आईजीआईएमएस और आईजीआईसी का लोड कम हो जाएगा. कंपनी सीएसआर के तहत यहां कैथ लैब की व्यवस्था की गई थी. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर के मुताबिक एचडीएफसी बैंक ने कैथ लैब के लिए 350 करोड़ रुपए दिए थे. जबकि, अस्पताल ने कार्डियक आईसीयू और एचडीयू व्यवस्था की है. इसके अलावा हॉल्टर और टीएमटी की व्यवस्था भी हो चुकी है. अब जल्द ही कैथ लैब में आधुनिक ईको मशीन के अलावा अन्य मशीन भी लगाए जा रहे हैं. साथ ही साथ आने वाले समय में हार्ट से संबंधित और अन्य सुविधाएं बहाल करने की योजना है.
जान लीजिए एंजियोग्राफी के फायदेसीने में दर्द, हृदयाघात के कारण की पहचान, रक्तधमनियों में ब्लॉकेज को हटाने की योजना बनाने, पैरों में रक्त आपूर्ति में रुकावट की पहचान, फेफड़े में रक्त आपूर्ति की रुकावटों की जानकारी के लिए एंजियोग्राफी कराई जाती है. इसमें मरीजों के कमर अथवा बांह में कंट्रास्ट डाई को इंजेक्ट कर हृदय के रक्त परिसंचरण में आने वाली रुकावटों की जांच की जाती है. इसे एंजियोग्राफी और इसकी रिपोर्ट को एंजियोग्राम कहते हैं. इस सुरक्षित व दर्द रहित प्रक्रिया में 30 मिनट से दो घंटे तक लग सकते हैं. बता दें कि इसी जांच से ब्लॉकेज की सही स्थिति और एंजियोप्लास्टी की जानी चाहिए या बाईपास सर्जरी की जानकारी मिलती है. जान लें कि एंजियोप्लास्टी की स्थिति में एंजियोग्राफी के दौरान ही वाल्व लगा दिए जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 07:48 IST