पुस्तकों ने बदला जिंदगी देखने का रवैया

पुस्तकों ने बदला जिंदगी देखने का रवैया
पुस्तक प्रेमियों ने अपनी चुनौतियां और अनुभव साझा किए
जयपुर। जवाहर कला केंद्र और जयपुर बुक लवर्स की ओर से रविवार को बुक्स ‘विच हैव चैलेंजड/एक्सपैंडेड/चेंजड योर पर्सपेक्टिवÓ विषय पर चर्चा करने और अपने विचारों को साझा करने के लिए जयपुर के पुस्तक प्रेमियों के लिए जेकेके लाइब्रेरी में मीट अप का आयोजन किया गया। इस आयोजन का संचालन वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट अजय असवाल, विवेक शर्मा और प्रशांत गुप्ता ने किया। सेशन में 14 वर्ष से 60 वर्ष की उम्र के करीब 25 लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में ब्यूरोक्रेट, नए लेखकों सहित स्कूली बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस इंटरेक्टिव सेशन में प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेखकों की पुस्तकों जैसे युवाल नोआ हरारी की सेपियंस, सिद्धार्थ मुखर्जी की द जीन, द फाउंटेन हेड सहित कई अन्य पुस्तकों पर चर्चा की और अपने विचार रखे। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे उन्होंने पुस्तकें पढऩा शुरू किया और इस दौरान उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि किताबें पढऩे से उनके जीवन में क्या सकारात्मक बदलाव आए। प्रतिभागियों ने उन किताबों पर भी चर्चा की जिनसे जिंदगी को देखने का उनका नजरिया बदल दिया।