CM भजनलाल के बेटे अभिषेक और IAS अफसर कृतिका मिश्रा एक-दूजे के:बिहार कैडर की अधिकारी है मुख्यमंत्री की बहू,कानपुर में हुई सगाई, शामिल नहीं हो पाए मुख्यमंत्री

प्रेम शर्मा एवं निराला समाज टीम जयपुर।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बड़े बेटे आशीष (अभिषेक) शर्मा बिहार कैडर की IAS अफसर कृतिका मिश्रा के होने जा रहे है। मूल रूप से कानपुर की रहने वाली कृतिका 2022 बैच की हैं। उनके पिता दिवाकर मिश्रा इंटर कालेज में शिक्षक तो माता एलआईसी में कार्यरत हैं। एक दूजे के होने की रस्म में सादगी के साथ 5 अगस्त को कानपुर में ही सगाई हो चुकी है।बता दें कि कानपुर की रहने वाली कृतिका मिश्रा बचपन से ही मेधावी छात्रा रही हैं. उनके पिता दिवाकर मिश्रा एक इंटर कॉलेज में पढ़ाते हैं और मां LIC में कार्यरत हैं. कृतिका ने हग्यूमैनिटीज में ग्रेजुएशन और हिंदी विषय में पोस्टग्रेजुएशन किया. फिलहाल वे कानपुर यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं।
कार्यक्रम में शामिल एक परिजन के अनुसार- सगाई सादगी से चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में हुई। विवाह समारोह भी कुछ इसी अंदाज में होने वाला है। सीएम भजनलाल शर्मा सरकारी कामों के कारण सगाई समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। वे जल्द ही कानपुर जाएंगे। सगाई समारोह में सीएम की पत्नी गीता शर्मा और उनके करीबी रिश्तेदार शामिल हुए थे। जल्द ही भरतपुर (राजस्थान) के पूंछरी का लौठा स्थान पर सीएम का इस परिणय बंधन को लेकर एक पारम्पिरिक कार्यक्रम आयोजित होगा।
तीन महीने बाद देवउठनी एकादशी (12 नवंबर) है। सीएम के बेटे अभिषेक की शादी भी इस दौरान हो सकती है। अभिषेक पुणे के कॉलेज से एमबीए कर रहे हैं। जल्द ही वह एक बिजनेस स्टार्टअप शुरू करने वाले हैं। सीएम के छोटे बेटे कुणाल डॉक्टर हैं।

सीएम भजनलाल शर्मा पत्नी गीता शर्मा, बेटे अभिषेक (ब्लू जैकेट में) और कुणाल के साथ।
राजस्थान कैडर के IAS और IPS ने करवाया रिश्ता
जानकारी अनुसार, इस विवाह को तय कराने में राजस्थान कैडर में एक आईएएस और एक आईपीएस अफसर की खास भूमिका रही है। दोनों ही सीएम भजनलाल के बेहद नजदीकी हैं। आईएएस अफसर मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वहीं, आईपीएस अफसर सीएम के गृह क्षेत्र भरतपुर से जुड़े हैं।
शगुन की मिठाई भी बंटी
सगाई के बाद सीएम के गांव अटारी (भरतपुर) और जयपुर के जवाहर सर्किल स्थित आवास पर शुक्रवार को मिठाई बांटी गई। नजदीकी रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों को भी शगुन की मिठाइयां दी गईं।
5 साल के अलावा बाकी सेवाकाल दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर रह सकती हैं
पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि परिवार में इस विषय को लेकर भी चर्चा हुई है कि बिहार कैडर की आईएएस अफसर बहू बनकर राजस्थान में कैसे रहेगी। केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार वे 5 सालों के लिए राजस्थान में प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर सकती हैं। इन 5 साल के अलावा बाकी सेवाकाल दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर रह सकती हैं।
वे 5 साल के लिए पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि पड़ोसी राज्यों सहित देश के किसी भी और राज्य में सेवारत रह सकती हैं। दिल्ली में प्रतिनियुक्ति के लिए कोई समयावधि तय नहीं है। आईएएस सेवा में कार्यरत कोई भी अफसर अपने कैडर स्टेट के बाहर दिल्ली में पूरे सेवाकाल तक रह सकता है।

कृतिका मिश्रा कानपुर की रहने वाली हैं। माता-पिता शिक्षक हैं।
बेटे और पत्नी दोनों ने की थी 21 किलोमीटर की परिक्रमा
दिसंबर-2023 में भजनलाल शर्मा के सीएम बनने के बदा उनकी पत्नी गीता और बेटे अभिषेक ने आराध्य देव गिरिराज धरण जी की 21 किलोमीटर तक कनक दंडवत (लेटकर) ढोक लगाई थी।
पिछले 34 सालों में दूसरी बार संयोग
राजस्थान की राजनीति में पिछले 34 साल में दूसरी बार किसी राजनेता के बेटे या बेटी की शादी सीएम रहते हो रही है। इससे पहले वर्ष 2001 में अशोक गहलोत सीएम थे। तब उनकी बेटी सोनिया का विवाह जयपुर में हुई थी। गहलोत के बेटे वैभव का विवाह 2005 में हुआ था, लेकिन तब गहलोत सीएम नहीं थे।