Rajasthan

अपना नाम सुनते ही दौड़े आते हैं ये बछड़े, झुंझुनू की गौशाला में है खास इंतजाम

Last Updated:April 17, 2025, 23:35 IST

jhunjhunu news today in hindi: कुत्ते और बिल्ली सहित कुछ अन्य जानवरों को आपने नाम से पुकारते हुए लोगों को देखा और सुना होगा लेकिन, राजस्थान में एक ऐसी गौशाला है जहां के बछड़ों के भी नाम रखे गए हैं और वो अपना ना…और पढ़ेंX
गायों
गायों के बछड़ों को दे रखें हैं विशेष नाम, नाम से पुकारने पर पहुंचते हैं दौड़ के,

झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनू के नवलगढ़ कस्बे में चल रही कृष्ण गौशाला गायों की सेवा में बहुत ही बेहतरीन काम कर ही रही है. इसके अलावा इन दिनों यह गौशाला गाय के छोटे बच्चों के नाम रखने को लेकर भी काफी चर्चा में है. गौशाला में बेसहारा गायों की निशुल्क सेवा की जाती है. इसमें दुर्घटनाग्रस्त गायों की देखरेख और उनका इलाज किया जाता है.

बछड़ों के नाम रखने के बारे में जानकारी देते हुए भैरूसिंह ने बताया कि उनकी गौशाला में उन बछड़ों को रखा जाता है जिन्हें कम उम्र में या तो बाहर छोड़ दिया जाता है या इन बछड़ों को जन्म देने के बाद गायों की मृत्यु हो जाती है. अभी उनकी गौशाला में कई ऐसे बछड़े हैं जिनके दूध पीने की उम्र में ही उनकी मां (गाय) की मौत हो गई. इन बछड़ों की पहचान करने के लिए इन्होंने उनके अलग-अलग नाम रख दिए. यह बछड़े इतना पहचानते हैं कि नाम सुनते ही दूध पीने के लिए दौड़ते हैं.

इन सबको नाम से पुकार कर ही दूध पिलाया जाता है. यह बछड़े छोटे बच्चों की तरह निप्पल से दूध पीते हैं. इन बछड़ों के नाम हनुमान, बाबू, नंदिनी, बाबूडी आदि है. इन्हें इनके नाम से ही पुकारा जाता है. भैरूसिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने लम्पी में गायों की दुर्दशा देखकर इस गौ चिकित्सालय की शुरुआत की है. इसे आम लोगों की मदद से चलाया जा रहा है. नवलगढ़ के गौ भक्तों की टीम के यहां पर गायों की सेवा फ्री में की जा रही है. यहां चारे पानी का इंतजाम आसपास के लोग स्वेच्छा से करते हैं. अब तो नवलगढ़ कस्बे के लोग यहां पर अपना जन्मदिन, एनिवर्सरी आदि मनाने के लिए भी आने लगे हैं.

Location :

Jhunjhunu,Rajasthan

First Published :

April 17, 2025, 23:35 IST

homerajasthan

अपना नाम सुनते ही दौड़े आते हैं ये बछड़े, झुंझुनू की गौशाला में है खास इंतजाम

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj