Rajasthan

Cm Ashok Gehlot Corona Vaccine Update Pm Narendra Modi – जानें, आखिर क्यों आ रही है राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की किल्लत

– पारदर्शिता के लिए केंद्र बताए, किसी राज्य को कितनी वैक्सीन दीं

– केंद्र ने भरोसा दिलाया था कि वैक्सीन की कमी नहीं आने दी जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा – गहलोत
– कोरोना वैक्सीन की कम आपूर्ति के कारण बार-बार रोकना पड़ रहा वैक्सीनेशन

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वैक्सीन की कमी को लेकर चिंता जताई है। गहलोत ने कहा है कि जब केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के लिए 21 जून से वैक्सीनेशन अभियान का ऐलान किया, तब केंद्र ने राज्यों को भरोसा दिया था कि वैक्सीन की कमी नहीं आने दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, राजस्थान को आवश्यकता अनुसार वैक्सीन नहीं मिल रही है। इसके कारण बार-बार वैक्सीनेशन का काम रोकना पड़ रहा है। इससे आम जन में आक्रोश फैल रहा है। भारत सरकार को हमारी जरूरत के मुताबिक वैक्सीन की सप्लाई करनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को वैक्सीन के वितरण में पारदर्शिता रखने के लिए जानकारी भी सार्वजनिक करनी चाहिए कि किस राज्य को कितनी वैक्सीन दी जा रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था।

मात्र 65 लाख का आवंटन, जबकि डेढ़ करोड़ डोज जारी हों

मुख्यमंत्री की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर सबसे कम झिझक है, यह हमारी समय पर की गयी मेहनत का परिणाम है। राज्य में करीब 75 लाख लोगों की दूसरी डोज जुलाई में बाकी है, जबकि भारत सरकार ने करीब 65 लाख डोज की आवंटित किए, जो बहुत कम है। जब तक डेढ़ करोड़ डोज नहीं मिलेगी तब तक हम जुलाई में फर्स्ट और सैकेंड डोज नहीं लगा पाएंगे। गहलोत ने बताया कि राजस्थान बड़ा प्रदेश होने के कारण वैक्सीन मिलने के बाद ट्रांसपोर्टेशन एवं स्टोरेज के बाद अभियान को सुचारू करने में दो-तीन दिन का समय लगता है।

जानबूझकर कम लगाईं, अब रेकॉर्ड बनाने का भ्रम

गहलोत ने कहा कि कुछ राज्यों ने वैक्सीनेशन महाअभियान कार्यक्रम को ध्यान में रखकर 21 जून के पहले सप्ताह में जानबूझकर डोज काफी कम लगाईं और वैक्सीन का स्टॉक बचा कर रखा। अब इन राज्यों में रोज लाखों वैक्सीन लगाकर रिकॉर्ड बनाने का भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे मध्य प्रदेश में 18 जून को 15 हजार, 19 को 22 हजार, 20 को मात्र 692 वैक्सीन लगाई गईं। लेकिन 21 जून को 16 लाख वैक्सीन लगा दी गईं।

जीवन बचाने के अभियान में दिखावे की जरूरत नहीं

गहलोत ने अभियान से पहले कम वैक्सीन लगाने वाले राज्यों के लिए कहा कि यह लोगों के जीवन को बचाने का अभियान है, जिसमें किसी दिखावे की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 1.5 लाख वैक्सीन प्रतिदिन डोज लगाने की क्षमता है। अगर केंद्र सरकार समय पर उचित मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करवाए, तो हम समय रहते प्रदेशवासियों को वैक्सीन लगा सकते हैं। इससे थर्डवेव का खतरा समाप्त होना सुनिश्चित हो सकेगा।

यहां निगेटिव वेस्टेज, कई वायल 11 डोज वाली

गहलोत ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान में वैक्सीन का वेस्टेज नेगेटिव (-0.27) है। केंद्र से जितनी डोज मिलीं, उनसे अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई हैं। हालांकि कुछ लोगों ने जानकारी के अभाव में निगेटिव वेस्टीज की आलोचना का विफल प्रयास भी किया। गहलोत ने कहा ऐसे लोगों को यह जानकारी होनी चाहिए कि कुछ वैक्सीन के वायल में 10 की जगह, 11 डोज आती हैं। सावधानी बरतते हुए सभी 11 डोज का इस्तेमाल हुआ।

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