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पेट में बिलबिलाते कीड़े-मकोड़े को मौत के घाट उतार देगी यह काली चीज, शुगर, अर्थराइटिस पर भी होगा करारा चोट

Black Haldi Benefits: अगर आप अपने शरीर को खुद से ही बलवान और मजबूत बनाना चाहते हैं कि कृष्ण केदार आपके लिए अनमोल वरदान है. कृष्ण केदार का नाम भले ही आपने न सुना हो लेकिन सेहत के लिहाज से यह कुदरत का करिश्मा है. इसके नाम से कंफ्यूजन मत होइए, यह काली हल्दी है. हालांकि यह बहुत कम ही मिलती है, इसलिए ज्यादातर लोग इसे देखा भी नहीं होगा. काली हल्दी मुख्य रूप से हिमालय के आसपास वाले राज्यों में उपजाई जाती है. ब्लैक हल्दी में एंटी-वर्म वाला गुण होता है जो पेट में हानिकारक कीड़े-मकोड़े को मार देता है. इसके साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जिससे यह शरीर में इंफ्लामेशन को नहीं होने देता है जो कई बीमारियों के जोखिम को कम कर देता है.

काली हेल्दी के फायदे

1. क्रोनिक बीमारियों का खतरा कम-एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक काली हल्दी में प्लांट फायटोकेमिकल होता है. इसके साथ ही इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं. ये सारे तत्व क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं. क्रोनिक बीमारियों का मतलब मोटापा, शुगर, हार्ट, बीपी आदि. ये बीमारियां तब होती है जो कोशिकाओं में फ्री रेडिकल्स ज्यादा होने लगते हैं और इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ाता है. एंटीऑक्सीडेंट्स और फायटोकेमिकल इस स्ट्रेस को रोक देता है. यही कारण है कि यह क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करता है.

2. पेट के लिए फायदेमंद-काली हल्दी दवा की तरह खाने से पेट की कई परेशानियों का एक साथ खात्मा हो जाएगा. दरअसल, काली हल्दी में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वर्म गुण होता है जो पेट में हानिकारक बैक्टीरिया और कीड़े-मकोड़े को मार देता है. काली हल्दी में मौजूद तत्व ग्राम पोजिटीव और ग्राम निगेटिव बैक्टीरिया को मार देता है. काली हल्दी फंगस और मॉल्ड को भी मार देती है. इससे स्किन में खुजली की बीमारी नहीं होती है.

3. अर्थराइटिस दर्द से राहत-काली हल्दी में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. इसका मतलब हुआ कि यह कोशिकाओं में सूजन नहीं होने देती. सूजन के कारण ज्वाइंट में क्रिस्टल बन जाता है जो ज्वाइंट पेन को बढ़ा देता है. इसलिए काली हल्दी ज्वाइंट पर लगाने से ज्वाइंट पेन कम हो जाता है. काली हल्दी में हेक्सेन, मेथानोलिक, पोस्टाग्लेडिन जैसे एंटी-इंफ्लामेटरी कंपाउड होता है जो गठिया बाय, अल्सर जैसी बीमारियों को कम कर देता है. इतना ही नहीं काली हल्दी घाव के दर्द, बदन दर्द, सिर दर्द आदि में पेनकिलर का काम करता है.

4. स्किन पर चमक-काली हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. यानी यह स्किन में इंफ्लामेशन भी नहीं होने देगा और किसी सूक्ष्मजीव को भी नहीं घुसने देगा. इस तरह यह स्किन पर जादू की तरह असर करेगा. यही कारण है स्किन पर ग्लो लाने के लिए कुछ लोग काली हल्दी को लगाते हैं. तुर्की में काली हल्दी से टर्किश बाथ लिया जाता है. यह स्किन से फ्री रेडिकल्स को हटाकर उसमें चमक लाता है.

5. एंटी-कैंसर गुण-रिसर्च में यह भी कहा गया है कि है काली हल्दी में एंटी-कैंसर गुण भी है यानी यह शरीर में कैंसर के जोखिम को कम करती है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि काली हल्दी को एंटी-कैंसर दवा में भी इस्तेमाल किया जाने लगा है. काली हल्दी खासकर पेट और लिवर कैंसर को रोकने में सक्षम हो सकती है.

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