Banswara PHED SE Ashok Kumar Jangid : दर्जनों प्लॉट, 5 खानें और 22 बैंक एकाउंट, किसी बादशाह से कम नहीं इस सरकारी इंजीनियर का खजाना

विष्णु शर्मा.
जयपुर. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रविवार को राजस्थान में बड़ी कार्रवाई की. यह कार्रवाई बांसवाड़ा पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जांगिड़ के खिलाफ की गई. इसमें एसीबी की 24 अलग अलग टीमों ने एसई के जयपुर शहर समेत 14 जगहों पर एक साथ छापा मारा. सरकारी इंजीनियर के पास बेहिसाब संपत्ति देखकर अधिकारी हैरान रह गए. जांगिड़ के पास दर्जनों प्लॉट, पांच खानें, कई मकान, फार्म हाउस, करोड़ों रुपये की मशीनरी समेत उनके और परिजनों के नाम पर 22 बैंक एकांउट मिले हैं.
एसीबी डीजी रविप्रकाश मेहरड़ा के निर्देशन में इस कार्रवाई कार्रवाई में 250 अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल किया गया था. रविवार को सुबह शुरू हुए इस सर्च ऑपरेशन में इंजीनियर के पास करीब साढ़े 11 करोड़ रुपये की प्रोपर्टी मिली है. एसीबी को कुछ समय पहले ही जांगिड़ के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें मिली थी. उसके बाद एसीबी की गोपनीय शाखा ने कई दिनों तक निगरानी कर अशोक जांगिड़ और उनके परिवार से जुड़ी संपत्तियों की जानकारी जुटाई. तब पता चला कि शिकायतें सही हैं.
अधिकारी के इन ठिकानों पर मारा गया छापाएसई ने पद की आड़ में जमकर काली कमाई की है. फिर एसीबी ने केस दर्ज कर इसकी जांच भिवाड़ी एसीबी डीएसपी परमेश्वरलाल को जांच सौंपी. उसके बाद रविवार को जयपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा, टोंक, जयपुर ग्रामीण जिले के कोटपूतली, पावटा और अन्य जगहों पर यह सर्च ऑपरेशन शुरु किया गया. जांगिड़ के जयपुर शहर, पावटा कोटपूतली, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा टोंक के विभिन्न ठिकानों, पीएचईडी कार्यालय बांसवाड़ा, खनिज कार्यालय उदयपुर, टोंक, अजमेर, जयपुर और उप पंजीयक कार्यालय पावटा तथा मौजमाबाद में छापामारी की गई.
54 अचल प्रापर्टियां सामने आ चुकी हैंजांच में सामने आया कि इंजीनियर ने सरकारी सेवा में नियुक्त होने से लेकर अब तक करीब 11.50 करोड रुपये की आय से अधिक सम्पत्तियां जुटाई है. यह जांगिड़ की कुल वैध आय से 161 प्रतिशत ज्यादा है. जांच में सामने आया कि अधिकारी के खुद के नाम 19 प्रापर्टियां हैं. उनकी पत्नी के नाम 3 और बेटे निखिल जांगिड़ के नाम 32 प्रोपर्टियां जयपुर शहर, पावटा कोटपूतली, श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा टोंक और मोहनगढ़ जैसलमेर में करीब 19 महत्वपूर्ण स्थानों पर है. जांगिड़ के पास कुल 54 अचल प्रापर्टियां खरीदने और उनमें निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च करना सामने आया.
अधिकांश प्रोपर्टी बेटे के नाम पर हैसर्च में सामने आया कि इन स्थानों में अशोक जांगिड़ के स्वयं के नाम जयपुर और पावटा में मकान तथा कैमरिया पावटा में फार्महाउस है. पत्नी के नाम जयपुर के बनीपार्क और बिंदायका में व्यावसायिक दुकानें हैं. बेटे के नाम उदयपुर, मालपुरा, अजमेर तथा बुचारा पावटा में 5 खनिज लीज हैं. इनके अलावा बेटे के ही नाम पर श्रीमाधोपुर में कॉमर्शियल भूमि खनिज और ग्राइन्डिग उद्योग के लिए खरीदी गई है. इनमें करोड़ो रुपये निवेश किए गए हैं.
खनन मशीनरी पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैंअधिकारी के बेटे के नाम उदयपुर, मालपुरा, अजमेर और बुचारा पावटा में स्थित खनिज लीजों में क्रेशर, पोकलेन मशीन, एलएनटी मशीन, आईआर ब्लास्टिंग मशीन, डंपर आदि की खरीद तथा संचालन में करोड़ों रुपये खर्च किया जाना सामने आया है. इनके अलावा अधिकारी और परिजनों के कुल 22 बैंक खाते मिले हैं. इनमें करीब 21 लाख रुपये जमा हैं. अधिकारी के बेटे और बेटी की स्कूली शिक्षा, कोचिंग और उच्च शिक्षा में करीब 30 लाख रुपये खर्च किया जाना सामने आया है.