हनुमान बेनीवाल का गहलोक सरकार पर हमला, कहा- ICU में चली गई है कानून व्यवस्था


बेनीवाल ने भाजपा एवं कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा के नेता बयानों में व्यस्त रहे. (फाइल फोटो)
बेनीवाल ने यहां एक बयान में कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) के अधिकतर नेताओं का जनता के हितों के साथ कोई सरोकार नहीं है.
जयपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने शनिवार को कहा कि राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात के कारण कानून व्यवस्था आईसीयू (ICU) में है और अपराध चरम पर है. बेनीवाल ने यहां एक बयान में कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) के अधिकतर नेताओं का जनता के हितों के साथ कोई सरोकार नहीं है. बेनीवाल के अनुसार राज्य में टीकाकरण पूरा होने के बाद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बड़ा जन आंदोलन करेगी.
बेनीवाल ने भाजपा एवं कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा के नेता बयानों में व्यस्त रहे और ऑक्सीजन की कमी एवं ब्लैक फंगस के कारण राज्य में मौतें होती रही. उन्होंने कहा कि राजस्थान के भाजपा के सांसद भी केंद्र में राज्य के लिए प्रभावी पैरोकारी करने में नाकाम नजर आये. सांसद ने कहा कि राज्य के जो हालत बने हैं उसके लिए भाजपा एवं कांग्रेस दोनों जिम्मेदार हैं. राज्य में जारी राजनीतिक बयानबाजी के बारे में बेनीवाल ने ’गहलोत- वसुंधरा’ गठजोड़ का अपना आरोप दोहराया.
जनआंदोलन करने का ऐलान कर दिया था
बता दें कि पिछले हफ्ते खबर आई थी कि राजस्थान में रेप की एक के बाद हो रही एक घटनाओं से राजनीति गरमा गई है. विपक्ष इसे लेकर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है. वहीं, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने इसे लेकर जनआंदोलन करने का ऐलान कर दिया था. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि राजस्थान में कोरोना के संकट से स्थितियां सामान्य हो जाने के बाद पार्टी इसे लेकर जनआंदोलन करेगी. बेनीवाल ने ट्वीट कर राजस्थान पुलिस और राजस्थान सरकार से इन प्रकरणों में तत्काल ठोस कार्रवाई किए जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि कमजोर कानून व्यवस्था के कारण राजस्थान में महिला उत्पीड़न और बालिकाओं के साथ कुकृत्य और छेड़छाड़ जैसे मामले बढ़ रहे हैं जो चिंताजनक हैं.