Tech

टूटी स्क्रीन वाला फोन चलाते हैं तो सावधान! बेहद खतरनाक है ऐसा करना, गले पड़ सकती है बड़ी मुसीबत – Risks of Using a Smartphone With A Cracked Screen Dont ignore these 5 things

नई दिल्ली. एक जमाना था जब Nokia 3310 जैसे फोन का इस्तेमाल बड़ी संख्या में होता था. इन फोन्स का गिरना कोई बड़ी बात नहीं होती है. इन्हीं बस उठाकर तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता था. लेकिन, अब ऐसे फोन्स का इस्तेमाल कम लोग करते हैं. अब के फोन तुलनात्मक तौर पर नाजुक होते हैं. गिरते ही इनकी स्क्रीन टूट जाती है. इसके बावजूद लोग टूटी स्क्रीन के साथ ही फोन यूज करना जारी रखते हैं. लेकिन, ऐसा करना कई मायनों में बेहद खतरनाक होता है. आइए जानते हैं टूटी स्क्रीन वाले फोन को इस्तेमाल करना कैसे आपको नुकसान पहुंचा सकता है.

टूटी स्क्रीन वाले फोन को इस्तेमाल करने के ये हैं कुछ रिस्क:

1. टच स्क्रीन मालफंक्शन: टूटी स्क्रीन वाले फोन के फंक्शन धीरे-धीरे काम करना बंद कर सकते हैं. हो सकता है कि आपके फिंगर जेस्चर को भी रिस्पॉन्ड करने में ये समय लेने लगे. साथ ही किसी और कमांड को देने पर कोई और कमांड एक्सेस होने लग जाए.

2. डिवाइस प्रोटेक्शन से समझौता: फोन के ऊपर लगी स्क्रीन फोन को बाहर के एलिमेंट से बचाता है और डिवाइस को डैमेज होने से रोकता है. ऐसे में अगर स्क्रीन टूट जाए तो जरा सा लिक्विड भी फोन के अंदर एंटर कर सकता है और डिवाइस को कई तरह से डैमैज कर सकता है. फोन में शार्ट सर्किट भी हो सकता है.

ये भी पढ़ें: चुटकियों में ट्रांसलेशन, झटपट बनाएं फोटो, कुछ दिन में सिखा देगी नई भाषा, कमाल की है ये AI पॉवर्ड 10 वेबसाइट्स

3. कट सकती हैं उंगलियां: क्रैक्ड फोन स्क्रीन से उंगलियों के कटने का बहुत रिस्क होता है. जब भी आप फोन की स्क्रीन को एक्सेस करते रहते हैं कभी भी ऐसा हो सकता है कि आपकी उंगलियां टूटी स्क्रीन के किसी हिस्से से कट जाएं.

4. आंखों पर पड़ने लगता है जोर: अगर आपके फोन की स्क्रीन के टूटने से फोन कोई भी अगर एक हिस्सा कम दिखने लगता है. तो इससे आपको आर्टिकल पढ़ते वक्त, सोशल मीडिया चलाते वक्त या वीडियो देखते वक्त आंखों पर जोर लगाना पड़ सकता है. इससे आंखों पर खतरा बढ़ सकता है.

5. खतरनाक रेडिएशन का बढ़ जाता है खतरा: इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने सेलफोन की रेडियोफ्रिक्वेंसी को इंसानों के लिए संभवत: कार्सिनोजेनिक माना है. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी मानती है कि फोन के इस्तेमाल से यूजर्स को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम नहीं है ये स्पष्ट करने के लिए और भी ज्यादा रिसर्च किए जाने चाहिए. क्योंकि, बाय डिफॉल्ट स्मार्टफोन्स खतरनाक रेडिएशन छोड़ते हैं. ऐसे में अगर आप टूटी स्क्रीन वाले फोन चला रहे हैं तो ये संभव है कि फोन का इंटरनल सिस्टम एक्सपोज हो जाए और रेडिशन वाले पार्ट से भी खतरा और बढ़ जाए.

Tags: Tech Knowledge, Tech news, Tech news hindi, Tech Tricks

FIRST PUBLISHED : December 19, 2023, 10:22 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj