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Benefits of Coarse grains in winter will help in weight loss mote anaj ke fayde millet benefits and side effects

गुमला. सर्दी का मौसम आ गया है और बारिश और तूफान के बाद मौसम ने भी अपने तेवर बदले हैं. देश के ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने शुरू हो गई है और लोगों को भी अब ठंड कंपाने लगी है. अगर आप सर्दी के मौसम में निरोग रहना चाहते हैं, तो बता दें मोटे अनाज बेहतर विकल्प हो सकता है. मोटे अनाज जैसे- ज्वार, बाजरा, रागी, चना आदि, जिन्हें मोटा अनाज माना जाता है. इन्हें सर्दियों का सुपर फूड माना जाता है, क्योंकि इनमें प्रोटीन, आयरन, फाइबर और कैल्शियम की मात्रा पर्याप्त होती है. इसे भले ही मोटा अनाज कहा जाता है, लेकिन चिकित्सक का कहना है कि इन्हें खानें से शरीर नहीं फैलता है. इन्हें खाने से आप मोटे नहीं होंगे,आप सेहतमंद रहेंगे व बिमारियां आपको छू भी नहीं पाएगी.

इसके अलावा मोटे अनाज पाचन को भी बेहतर करता है. साथ ही इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है. इस तरह ये सुपर फूड शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और शरीर की ऊर्जा को बनाए रखता है और पेट को भी दुरुस्त रखता है. इसके अलावा, यह अनाज त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं.

रोगों का है बापआयुर्वेद चिकित्सक डॉ पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि मोटे अनाज को सर्दियों का सुपरफूड माना जाता है. यह सर्दियों में शरीर को गरमाहट देता है. साथ ही इसका सेवन सर्दियों में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है. मोटे अनाज में ज्वार, बाजरा, गेहूं, चना,रागी आता है, लेकिन गेंहू, बाजरा से ज्यादा अच्छा अनाज मैं रागी को मानता हूँ, जो इस क्षेत्र में बहुतायत रूप से होता है. रागी जिसे इस क्षेत्र में मडुवा के नाम से जाना जाता है व पूरे देश में इसे रागी के नाम से जाना जाता है. एक तरह का सुपरफूड कह सकते हैं. रागी में अत्यधिक मात्रा में आयरन, कैल्शियम पायी जाती है, जो सेहत के लिए काफी लाभदायक होती है.

ग्लाइसेमिक इंडेक्स मात्रा ज्यादाअगर हम इसे ठंड का सुपरफूड कहें, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स शुगर के मरीज के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स गेहूं और चावल से बहुत कम होता है. गेहूं और चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 प्लस होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 18 से 20 के आपपास होता है.अगर अच्छे मिट्टी का हो, तो 15 से 18 के बीच में इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. इसके अलावा इस इलाके में मक्कई या जौ की भी अच्छी उपज होती है. यदि आप मक्का का या फिर जौ का सेवन करते हैं तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगा.

जौ मार्केट में ओट्स के नाम से बिकता है, जिसे बहुत से लोग जानते भी नहीं हैं, जौ एक प्रकार का चूड़ा है, जिसे आप किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं.आप इसे उबाल के खा सकते हैं या फिर दलिया के जैसा भी उबाल कर खा सकते हैं. साथ ही किसी भी प्रकार का हरा सब्जी का सेवन करें. तो बता दें कि यह आपके सेहत के लिए काफी अच्छा होगा. साथ ही साथ शुगर के मरीज के लिए भी बहुत अच्छा है. चाहे महुवा हो, जौ हो, मक्का हो,बाजरा हो या सावा, या कोदो हो .अगर आप इसका सेवन नियमित रूप से करें तो मनुष्य की औसत उम्र जो है वो पहले से ज्यादा होगी.

Tags: Fitness, Gumla news, Health, Health benefit, Jharkhand news, Winter season

FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 07:04 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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