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क्या होगा अगर एक महीने के लिए चिकन, मटन खाना बंद कर दें? मांसाहार छोड़ने पर बॉडी में दिखते हैं ये 5 बदलाव

हाइलाइट्स

अधिक प्रोसेस्ड और रेड मीट के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई हो सकता है.
यदि आप एक महीना नॉनवेज नहीं खाते हैं तो वजन काफी हद तक कम हो सकता है.

What happens if do not eat non vegetarian for month Series: कुछ लोग शुद्ध शाकाहारी होते हैं तो कुछ लोगों को मांसाहारी फूड जैसे चिकन, मटन, मछली, सी फूड्स आदि खाना काफी पसंद होता है. ऐसे लोगों को हर दिन नॉनवेज खाने को मिले तो ये मना नहीं करते हैं. हालांकि, इधर कुछ वर्षों से वेजीटेरियन फूड खाने वालों की संख्या बढ़ी है. दरअसल, कुछ एक्सपर्ट का मनाना है कि प्लांट बेस्ड फूड्स, वेगन डाइट या शाकाहारी भोजन के सेहत पर कई लाभ होते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि यदि आप एक महीने तक नॉनवेज फूड्स को बिल्कुल भी ना खाएं तो आपकी सेहत और शरीर को क्या होगा? दरअसल, जब आप चिकन, मटन का सेवन एक महीने बंद कर देंगे तो इसके कई फायदे होंगे. इंडियनएक्सप्रेस डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, मांस और अन्य मांसाहारी आहार का सेवन बंद करने के कई फायदे होते हैं. आप जो भी न्यूट्रिएंट्स नॉन-वेजीटेरियन फूड्स से पाते हैं, उससे कहीं अधिक शाकाहारी चीजों से प्राप्त कर सकते हैं. आइए जानते हैं, एक महीना यदि मांस का सेवन ना किए जाए तो शरीर को क्या-क्या लाभ हो सकते हैं.

नॉनवेज या वेजीटेरियन क्या है हेल्दी?
जब आप नॉनवेज का सेवन कम करते हैं तो इससे क्रोनिक डिजीज होने का रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है. आपके शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है, जो सिर्फ मांस के सेवन से संभव नहीं है. साथ ही, निश्चित रूप से नॉनवेज का सेवन ना करना पर्यावरण के लिहाज से भी फायदेमंद है. जब आप प्लांट बेस्ड डाइट का सेवन करते हैं तो इससे क्रोनिक डिजीज होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है. हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, टाइप-2 डायबिटीज, कुछ खास प्रकार के कैंसर होने का जोखिम कम हो जाता है. डाइट में नॉनवेज की जगह जब आप एक महीने तरह-तरह के प्लांट-बेस्ड फूड्स शामिल करते हैं तो शरीर को हर तरह के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं. ऐसे में आपको एनिमल प्रोडक्ट्स की जरूरत नहीं पड़ेगी.

एक महीने मांस-मछली ना खाएं तो शरीर को होंगे ये 5 फायदे

पाचनतंत्र में होगा सुधार
यदि आप नॉनवेज छोड़कर प्लांट-बेस्ड फूड्स का सेवन करने लगें तो सेहत को कई लाभ होंगे. वेजीटेरियन फूड्स फाइबर में रिच होते हैं, जो हेल्दी डाइडेशन को बढ़ावा देकर कब्ज की समस्या को रोकते हैं. इससे आपका बाउल मूवमेंट सही बना रहता है. डाइजेस्टिव सिस्टम में कोई समस्या जल्दी नहीं होती है.

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एनर्जी लेवल में हो सुधार
जब आप प्लांट-बेस्ड फूड्स का सेवन करते हैं तो आपके शरीर को कई तरह के पोषक तत्व जैसे विटामिंस, मिनरल्स, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स प्राप्त होता है, जो शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं. ऐसा मांस के सेवन के बाद नहीं होता है. कुछ लोगों में नॉनवेज के सेवन के बाद काफी सुस्ती, आलस, लो एनर्जी महसूस होती है.

इंफ्लेशन की समस्या होती है कम
जब आप मांस-मछली युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, विशेष रूप से प्रोसेस्ड मीट तो इससे शरीर में सूजन की समस्या बढ़ सकती है. ऐसे में एक महीने यदि आप मांसाहारी फूड्स का सेवन बंद कर दें तो ये समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है, जो कई क्रोनिक डिजीज से संबंधित है.

वजन रहता है कंट्रोल
जब आप अधिक मांस-मछली का सेवन करते हैं तो इसमें मौजूद अनहेल्दी फैट्स से शरीर में चर्बी बढ़ने लगती है. वहीं, प्लांट-बेस्ट फूड के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि इनमें कैलोरी कम होती है, वहीं एनिमल प्रोडक्ट्स में काफी अधिक कैलोरी की मात्रा होती है. साथ ही इनमें फाइबर भी अधिक होता है और ये पेट देर तक भरे होने का अहसास कराता है. इस तरह आप अधिक कैलोरी के सेवन से बचे रहते हैं.

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कोलेस्ट्रॉल लेवल होता है कम
एनिमल बेस्ड फूड्स में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट काफी अधिक होता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बनते हैं. यदि आप इनका सेवन एक महीने ना करें तो काफी हद तक कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकते हैं. प्लांट-बेस्ड फूड्स के सेवन से ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार आने के साथ ही कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने का रिस्क भी कम हो जाता है.

हालांकि, ये जरूरी नहीं है कि हर तरह के नॉनवेज फूड्स सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. यदि आप सीमित मात्रा में इसका सेवन करें, खासकर चर्बी रहित मीट और मछली, तो ये सेहत के लिए फायदेमंद भी हो सकते हैं. हालांकि, डाइट में प्रॉसेस्ड और रेड मीट को कम शामिल करके यदि प्लांट-बेस्ड फूड्स को डाइट का हिस्सा बनाया जाए तो ये इससे संबंधित हेल्थ रिस्क को काफी हद तक कम कर सकते हैं.

Tags: Health, Health News, Lifestyle

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