जोधपुर रेल खंड में डबल ट्रैक का बड़ा काम हुआ पूरा, अब 95 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें
जयपुर. उत्तर पश्चिम रेलवे के व्यस्ततम रेलवे लाइनों के दोहरीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. फुलेरा-जोधपुर उत्तर पश्चिम रेलवे का महत्वपूर्ण मार्ग है. इस पर संचालित होने वाली ट्रेनों की संख्या को देखते हुए इस मार्ग के दोहरीकरण की आवश्यकता थी. उसे अब विभिन्न चरणों में पूरा कर लिया गया है. दोहरीकरण का कार्य पूरा हो जाने से यहां रेल सेवाओं में वृद्धि होने के साथ-साथ गति एवं समय की पालना भी बढ़ेगी. यात्रियों को तेजी से आवागमन का साधन उपलब्ध होंगे.
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख रेल मार्ग में सम्मिलित फुलेरा से जोधपुर के मध्य दोहरीकरण कार्य दो चरणों में स्वीकृत किया गया था. इनमें डेगाना-राई का बाग का 146 किलोमीटर 808 करोड़ रुपये की लागत से और डेगाना-फुलेरा का 108 किलोमीटर मार्ग 1007 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है.
95 किलोमीटर प्रति घंटे गति से दौड़ सकेगी गाड़ीकैप्टन शशि किरण ने बताया कि 27 अप्रेल को रेलवे संरक्षा आयुक्त की ओर से गोविंदी मारवाड़-नावां सिटी के 9 किलोमीटर मार्ग का निरीक्षण कर इसे 95 किलोमीटर प्रति घंटा गति से रेल संचालन के लिए अनुमोदित कर दिया गया है. इस रेल खंड के दोहरीकरण होने से अब फुलेरा-डेगाना रेल खंड के दोहरीकरण का कार्य पूरा हो गया है. यह कार्य जनवरी 2016 में स्वीकृत किया गया था. इससे पूर्व डेगाना-राई का बाग रेल मार्ग का कार्य पूरा किया जा चुका है. इससे अब फुलेरा से राई का बाग (जोधपुर) तक संपूर्ण रेल मार्ग दोहरीकृत हो गया है.
रेलवे को बड़ी सहूलियत और यात्रियों को होगा फायदाइस खंड में डबल ट्रैक हो जाने से अब जहां रेलवे को बड़ी सहूलियत होगी. वहीं पश्चिमी राजस्थान के यात्रियों को और भी नई गाड़ियां मिलने की संभावना बढ़ गई है. इसके साथ ही पहले जहां ट्रेनों को दूसरी ट्रेन को क्रॉस देने के लिए पहले स्टेशन पर रुकना पड़ता था. उससे निजात मिल जाएगी. इससे समय की भी बचत होगी. उत्तर पश्चिमी रेलवे में रेलवे मार्गों के दोहरीकरण के साथ ही इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी तेजी से चल रहा है.
.
FIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 09:34 IST