इस बीमारी में ‘बिग बॉस 17’ फेम सोनिया बंसल अस्पताल में भर्ती, क्या हैं इसके लक्षण, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव
Panic Attack Symptoms: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहतमंद रह पाना सबसे बड़ी चुनौती है. इससे तमाम घातक बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना रही हैं. पैनिक अटैक ऐसी ही बीमारियों में से एक है. वर्तमान में पैनिक अटैक से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी देखी गई है. ‘बिग बॉस 17’ फेम सोनिया बंसल भी इस गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं. इसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. उनकी बेड पर लेटे-लेटे बड़बड़ाने की वीडियो वायरल हुई है. बेशक बीमारी ये जानलेवा न हो, लेकिन सेहत के लिए घातक बहुत है.
एक्सपर्ट की मानें तो, पैनिक अटैक इमोशंस से जुड़ी बीमारी है. इस स्थिति में व्यक्ति के मन में हमेशा मौत का डर बना रहता है. चूंकि, इस बीमारी के लक्षण हार्ट अटैक जैसे होने से लोगों को लगता है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है. कई लोगों को अपने जीवनकाल में 1 या 2 बार पैनिक अटैक आता है. हालांकि, कई बार ये अपने आप ठीक भी हो जाता है. लेकिन, अगर बार-बार अप्रत्याशित रूप से ये समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है. अब सवाल है कि आखिर क्या है पेनिक अटैक? किन लक्षणों से करें पहचान? पैनिक अटैक से कैसे करें बचाव? इन सवालों के बारे में को जानकारी दे रहे हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. विवेक कुमार-
सोनिया बंसल मुंबई के अस्पताल में भर्ती
‘बिग बॉस 17’ फेम एक्ट्रेस और मॉडल सोनिया बंसल को पैनिक अटैक आने के बाद मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्हें रविवार 22 जुलाई को पैनिक अटैक आया था. सोनिया ने नेक्सा अवॉर्ड्स में अपनी प्रजेन्स के बाद बेचैनी की शिकायत की और उन्हें मेडिकल हेल्प के लिए ले जाया गया. वह एक अवॉर्ड सेरेमनी में शामिल होने गई थीं. बिग बॉस 17 कंटेस्टेंट्स कथित तौर पर पिछले कुछ समय से पैनिक अटैक से गुजर रही हैं. सोनिया मेंटल हेल्थ संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं.
पैनिक अटैक क्यों आता है?
डॉ. विवेक कुमार बताते हैं कि, पैनिक अटैक एंग्जाइटी से जुड़ा हो सकता है. अभी ये समझना मुश्किल है कि कि आखिर पैनिक अटैक आता क्यों है? फिर भी इस बीमारी के लिए कुछ कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. जैसे- आनुवंशिकी, तनाव और मस्तिष्क में बदलाव आना. मानसिक स्वास्थ्य विकारों के शिकार लोगों में इस समस्या के विकसित होने का जोखिम अधिक देखा जाता रहा है. वैसे तो पैनिक अटैक का समय 5 से 20 मिनट होता है, स्थिति गंभीर होने पर ये कई बार लगातार आ सकता है.
पैनिक अटैक के लक्षण
शरीर में झमझनाहट और कंपन होना.हमेशा डर हमेशा होना.धड़कन का तेज हो जाना.दम घुटने जैसा महसूस होना.सीने में दर्द और बैचेनी होना.सांस की स्पीड बढ़ जाना.तेज गर्मी महसूस करना.बेहोशी भी हो सकती है.
पैनिक अटैक आने पर क्या करें?
एक्सपर्ट के मुताबिक, पैनिक अटैक आने पर खुद के दिल और दिमाग पर कंट्रोल करें. इसके लिए सबसे पहले आपको ये समझना होगा कि यह खतरनाक नहीं है. बस ये समझें कि यह स्थिति कुछ देर की एंग्जाएटी है. इसके अलावा, जितना संभव हो नाक से धीरे-धीरे और गहरी सांस लें. फिर मुंह से सांस छोड़ें. अब आंखें बंद करके सांस पर ध्यान केंद्रित करें. पैनिक अटैक आने पर व्यक्ति के हाथ-पैर पर पानी डालें. चेहरे और गर्दन को ठंडा पानी से धोएं. ऐसा करने से आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है.
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FIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 09:35 IST