BJP leader Satish Poonia claims Coronavirus vaccine burnt 11 lakh doses wasted cm ashok gehlot

जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया (Dr. Satish Poonia) ने दिल्ली (Delhi) में मीडिया से बातचीत के दौरान राजस्थान के वैक्सीनेशन कार्यक्रम को बड़ा बयान दिया. सतीश पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी को सबसे पहले राजस्थान (Rajasthan) की अशोक गहलोत सरकार (CM Ashok Gehlot) से जवाब मांगना चाहिए, जहां वैक्सीन जला दी गई, जमीन में दफन दी गई, डस्टबिन में फेंक दी गई. डॉ. पूनिया ने कहा कि जब देश में एक बड़ा चैलेंज था कि वैक्सीनेशन ठीक तरह से हो, सभी सरकारें सहयोग करें, उस वक्त राजस्थान में 11 लाख से अधिक वैक्सीन डोज खराब हुए. इसको लेकर राज्य सरकार अपनी विफलताएं छुपाने के लिए तर्क देती है, लेकिन सच्चाई यह है कि काफी वैक्सीन जला दी गई, नष्ट कर दी गई. इस बारे में राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए.
सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में पहली बार किसी बीमारी के इलाज के लिए मात्र 9 महीने में दो-दो स्वदेशी वैक्सीन बनी. देश के लगभग 35 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगना बहुत बड़ी उपलब्धि है. कांग्रेस इसको लेकर ट्विटर पर सियासत करती है, लेकिन देश में दिसंबर 2021 तक 257 करोड़ डोजेज लगने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इसके लिए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार प्रतिबद्ध है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने लगाया बड़ा आरोप
डॉ. पूनिया का कहना है कि राजस्थान में कोरोना का कुप्रबंधन एक बड़ा मुद्दा है. उसी से वैक्सीनेशन भी जुड़ी हुई है. इसी राज्य सरकार ने कहा था कि वैक्सीनेशन के लिए ग्लोबल टेंडर करेंगे. केवल डेढ़ महीने तक इसी मामले को लेकर राज्य सरकार झूलती रही. ऐसे में केन्द्र सरकार ने देश के सभी लोगों के लिए फ्री वैक्सीनेशन का मानवहित में ऐतिहासिक ऐलान किया. केन्द्र द्वारा वैक्सीन उपलब्ध कराने से प्रदेश के लोगों को वैक्सीन मिल सकी. राजस्थान की सरकार के भरोसे वैक्सीनेशन नहीं हो सकता.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में हुई लंबी मुलाकात को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि नियमित अंतराल पर दिल्ली में केन्द्रीय नेतृत्व से मिलकर संगठनात्मक और राज्य के हालात की रिपोर्ट करते हैं. राज्य में आगामी दो विधानसभा उपचुनाव, 12 जिलों के पंचायत चुनाव, पार्टी के अंदरूनी मसलों की भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ चर्चा हुई.